Hindi Newsधर्म न्यूज़Shradh 8th Day: 3 muhurat time for the eighth day of Pitru Paksha 2024 vidhi

Shradh: पितृपक्ष के आठवें दिन श्राद्ध कर्म के लिए 3 मुहूर्त, जानें कैसे करें श्राद्ध

  • Pitru Paksha 8th Day : 24 सितंबर, के दिन पितृ पक्ष का आठवां दिन या अष्टमी श्राद्ध तिथि रहेगी। आइए जानते हैं पितृ पक्ष के आठवें दिन किन-किन शुभ मुहूर्त में पितरों का श्राद्ध करना चाहिए।

Shrishti Chaubey लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीMon, 23 Sep 2024 03:50 PM
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पितृ पक्ष के दिन चल रहे हैं। पितृ पक्ष के सभी दिन पितरों को समर्पित हैं। इन दिनों में पितरों से जुड़े श्राद्ध कर्म करने चाहिए। कल, मंगलवार के दिन पितृ पक्ष का आठवां दिन रहेगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, पितृ पक्ष के दिनों में तर्पण, दान या श्राद्ध आदि कार्य करने से पितृ दोष से मुक्ति भी मिल सकती है। पितृ पक्ष के समय पूरे विधि-विधान के साथ शुभ मुहूर्त में श्राद्ध करने पर पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है। आइए जानते हैं पितृ पक्ष के आठवें दिन श्राद्ध करने के शुभ मुहूर्त व विधि-

पितृपक्ष का आठवां दिन कल: 24 सितंबर, के दिन पितृ पक्ष का आठवां दिन या अष्टमी तिथि श्राद्ध रहेगा। आइए पंचांग अनुसार जाने हैं अष्टमी श्राद्ध के शुभ मुहूर्त-

अष्टमी तिथि प्रारम्भ - सितम्बर 24, 2024 को 12:38 बजे

अष्टमी तिथि समाप्त - सितम्बर 25, 2024 को 12:10 बजे

कुतुप मूहूर्त - 11:49 से 12:37

  • अवधि - 00 घण्टे 48 मिनट्स

रौहिण मूहूर्त - 12:37 से 13:25

  • अवधि - 00 घण्टे 48 मिनट्स

अपराह्न काल - 13:25 से 15:50

  • अवधि - 02 घण्टे 25 मिनट्स

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अष्टमी श्राद्ध कैसे करें

सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठ जाएं।

स्नानादि के बाद स्वच्छ कपड़े धारण करें।

पितृस्थान को गाय के गोबर से लीप कर और गंगाजल से पवित्र करें।

महिलाएं स्नान करने के बाद पितरों के लिए सात्विक भोजन तैयार करें।

श्राद्ध भोज के लिए ब्राह्मणों को पहले से ही निमंत्रण दे दें।

ब्राह्मणों के आगमन के बाद उनसे पितरों की पूजा और तर्पण कराएं।

पितरों का नाम लेकर श्राद्ध करने का संकल्प लें।

जल में काला तिल मिलाकर पितरों को तर्पण दें।

पितरों के निमित्त अग्नि में गाय का दूध, घी, खीर और दही अर्पित करें।

चावल के पिंड बनाकर पितरों को अर्पित करें।

ब्राह्मण को पूरे सम्मान के साथ भोजन कराएं।

अपनी क्षमता के अनुसार दान-दक्षिणा दें।

इसके बाद आशीर्वाद लेकर उन्हें विदा करें।

श्राद्ध में पितरों के अलावा कौआ, गाय, कुत्ते और चींटी को भोजन खिलाने का प्रावधान है।

डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियां मान्यताओं पर आधारित हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

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