Shattila Ekadashi 2025: षटतिला एकादशी पर क्या करें और क्या नहीं?
- Shattila Ekadashi 2025 : षटतिला एकादशी व्रत के भी कुछ नियम हैं। षटतिला एकादशी पर कुछ चीजों को करने से भगवान विष्णु नाराज हो सकते हैं और आर्थिक स्थिति भी प्रभावित हो सकती है।
Shattila Ekadashi 2025: हर साल षटतिला एकादशी का व्रत रखा जाता है। षटतिला एकादशी का व्रत भगवान विष्णु को समर्पित है। इस दिन कई लोग व्रत रख प्रभु की पूजा करते हैं। इस दिन व्रत रखा हो या न रखा हो, षटतिला एकादशी पर कुछ कार्यों को करना अशुभ माना जाता है। धार्मिक मान्यता है की षटतिला एकादशी के दिन कुछ कामों को करने से भगवान विष्णु नाराज हो सकते हैं। इसलिए षटतिला एकादशी के दिन व्रत रखा हो या नहीं, इन कामों को करने से बचें-
षटतिला एकादशी के दिन क्या करें- षटतिला एकादशी के दिन शुभ मुहूर्त में विष्णु भगवान की पूजा करें। इस दिन व्रत न रखा हो तो सात्विक भोजन करने की कोशिश करें। व्रत रखने से पूर्व व्रत रखने का संकल्प जरूर लें। व्रत के सभी नियमों का पालन करें। पारण सूर्योदय के पाश्चात्य करना उत्तम रहेगा। इस दिन भजन-कीर्तन भी किया जाता है।
षटतिला एकादशी के दिन क्या न करें?
मास-मदिरा- षटतिला एकादशी के दिन मास-मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए। इस दिन तामसिक भोजन का सेवन करने से भगवान विष्णु नाराज हो सकते हैं।
चावल- षटतिला एकादशी के दिन चावल का सेवन करने की मनाही है। मान्यता है षटतिला एकादशी के दिन चावल का सेवन करने से दोष लगता है।
तुलसी- तुलसी की पत्तियां विष्णु भगवान को बेहद प्रिय हैं, जिसके बिना भगवान को भोग नहीं लगाया जाता है। इसलिए षटतिला एकादशी के दिन तुलसी की पत्तियों को न तो स्पर्श करना चाहिए और न ही इन्हें तोड़ना चाहिए। मान्यताओं के अनुसार, इस दिन तुलसी जी व्रत रखती हैं। इसलिए इन्हें स्पर्श करने से बचना चाहिए।
काले वस्त्र- धर्मिक मान्यताओं के अनुसार, षटतिला एकादशी के दिन काले रंग के कपड़े नहीं पहनने चाहिए। भगवान विष्णु की कृपा दृष्टि बनाए रखने के लिए इस दिन पीले रंग के वस्त्र धारण करना अत्यंत शुभ रहेगा।
डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।