Hindi Newsधर्म न्यूज़Shani Pradosh Vrat 2024 on 28 December know what to do and what not to do on this day

Shani Pradosh Vrat: शनि प्रदोष व्रत 28 दिसंबर को, जानें इस दिन क्या करें और क्या नहीं

  • Shani Pradosh Vrat 2024 : साल का आखिरी प्रदोष व्रत शनिवार के दिन रखा जाएगा। शनि प्रदोष व्रत पर कुछ चीजों को करने से भगवान शिव नराज हो सकते हैं और आर्थिक स्थिति भी प्रभावित हो सकती है।

Shrishti Chaubey लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीTue, 24 Dec 2024 05:25 PM
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Shani Pradosh Vrat 2024: शनि प्रदोष का व्रत भोलेनाथ को समर्पित है। सनातन धर्म में शनि प्रदोष का अत्यधिक धार्मिक महत्व है। इस शुभ दिन पर भक्त उपवास रखते हैं और सूर्योदय के बाद पारण करते हैं। शनि प्रदोष व्रत के भी कुछ नियम हैं। शनि प्रदोष पर कुछ चीजों को करने से भगवान शिव नराज हो सकते हैं और आर्थिक स्थिति भी प्रभावित हो सकती है। इसलिए आइए जानते हैं शनि प्रदोष व्रत के दिन क्या करना चाहिए और क्या नहीं-

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शनि प्रदोष व्रत 28 दिसंबर को: पंचांग अनुसार, पौष महीने की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि दिसम्बर 28, 2024 को 02:26 ए एम पर शुरू होगी, जो दिसम्बर 29, 2024 को 03:32 ए एम पर समाप्त होगी। इस दिन प्रदोष पूजा मुहूर्त शाम 05:33 से 08:17 पी एम तक रहेगा, जिसकी अवधि 02 घण्टे 44 मिनट्स रहेगी।

इस दिन क्या करें: शनि प्रदोष पर शिव परिवार की पूजा-अर्चना करने का विधान है। इस दिन व्रत रखने से संतान-सुख की मनोकामना पूर्ण हो सकती है। भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए शिवलिंग का जलाभिषेक व रुद्राभिषेक कर सकते हैं।

शनि प्रदोष व्रत पर क्या न करें?

सिंदूर- शिव जी की पूजा में कुमकुम या सिंदूर नहीं चढ़ाना चाहिए। भगवान शिव वैरागी माने जाते हैं, जबकि सिंधुर सौभाग्य का प्रतीक है। इसलिए कुमकुम या सिंदूर को शिवलिंग पर नहीं अर्पित करना चाहिए।

तामसिक भोजन- शनि प्रदोष के दिन भूलकर भी मास आदि का सेवन नहीं करना चाहिए। शनि प्रदोष के दिन तामसिक भोजन का सेवन करने से भगवान शिव नराज हो सकते हैं।

तुलसी की पत्तियां- तुलसी की पत्तियां भगवान शिव को नहीं चढ़ानी चाहिए। तुलसी जी को मां लक्ष्मी का स्वरूप माना गया है।

नारियल पानी से अभिषेक- नारियल के पानी को मां लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है, जो भगवान विष्णु की अर्धांगिनी हैं। इसलिए शनि प्रदोष के दिन भगवान शिव का अभिषेक नारियल पानी से नहीं करना चाहिए।

टूटा चावल- शनि प्रदोष व्रत के दिन टूटे हुए चावल शिवलिंग पर बिल्कुल भी नहीं करने चाहिए। मान्यता है इस दिन साफ-धुले हुए अक्षत के दाने ही पूजा में इस्तमल करने चाहिए।

काले वस्त्र- धर्मिक मान्यताओं के अनुसार, किसी भी शुभ अवसर या फिर पूजा-पाठ के दौरान काले रंग के कपड़े नहीं पहनने चाहिए। इसलिए शनि प्रदोष के दिन काले रंग के कपड़े पहनने से बचें। भगवान शिव की असीम कृपा पाने के लिए इस दिन सफेद, हरे या पीले रंग के वस्त्र धारण करना अत्यंत शुभ रहेगा।

डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

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