Hindi Newsधर्म न्यूज़Saphala Ekadashi 2024 Time pooja from morning to evening puja timing Safla Ekadashi Muhurat

सफला एकादशी कल, सुबह से लेकर शाम तक इन मुहूर्त में करें पूजा

  • Saphala Ekadashi 2024 Time : गुरुवार के दिन सफला एकादशी का व्रत रखा जाएगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सफला एकादशी के दिन व्रत रखने से व्यक्ति के सभी पापों का नाश हो सकता है। जानें मुहूर्त, पूजा विधि, प्रिय भोग, मंत्र व सबकुछ-

Shrishti Chaubey लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीWed, 25 Dec 2024 04:36 PM
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Saphala Ekadashi 2024, सफला एकादशी कल: 26 दिसंबर को इस साल की आखिरी एकादशी का व्रत रखा जाएगा। एकादशी का व्रत विष्णु भगवान को समर्पित है। धार्मिक मान्यता है कि सफला एकादशी का व्रत रखने से सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है एवं सभी कार्यों में सफलता मिलती है। पौष माह की कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि सफला एकादशी कहलाएगी। आइए जानते हैं सफला एकादशी का पूजा मुहूर्त, विधि, मंत्र व भोग-

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सुबह से लेकर शाम तक इन मुहूर्त में करें पूजा

  • शुभ - उत्तम 07:12 ए एम से 08:30 ए एम
  • चर - सामान्य 11:04 ए एम से 12:22 पी एम
  • लाभ - उन्नति 12:22 पी एम से 01:39 पी एम
  • अमृत - सर्वोत्तम 01:39 पी एम से 02:57 पी एम
  • शुभ - उत्तम 04:14 पी एम से 05:32 पी एम वार वेला
  • अमृत - सर्वोत्तम 05:32 पी एम से 07:14 पी एम
  • चर - सामान्य 07:14 पी एम से 08:57 पी एम
  • लाभ - उन्नति 12:22 ए एम से 02:05 ए एम, दिसम्बर 27 काल रात्रि
  • शुभ - उत्तम 03:47 ए एम से 05:30 ए एम, दिसम्बर 27
  • अमृत - सर्वोत्तम 05:30 ए एम से 07:12 ए एम, दिसम्बर 27

सफला एकादशी शुभ मुहूर्त: पंचांग के अनुसार, 25 दिसम्बर के दिन 10:29 पी एम से एकादशी तिथि की शुरुआत होगी, जो 27 दिसम्बर के दिन 12:43 ए एम मिनट तक रहेगी। उदया तिथि की मानें तो सफला एकादशी दिसम्बर 26, 2024 को मनाई जाएगी। 27 दिसम्बर को व्रत तोड़ने का समय सुबह 07:12 से 09:16 ए एम तक रहेगा। पारण तिथि के दिन द्वादशी समाप्त होने का समय दिसम्बर 28 को 02:26 ए एम रहेगा।

  • ब्रह्म मुहूर्त- 05:23 ए एम से 06:17 ए एम
  • प्रातः सन्ध्या- 05:50 ए एम से 07:12 ए एम
  • अभिजित मुहूर्त- 12:01 पी एम से 12:43 पी एम
  • विजय मुहूर्त- 02:05 पी एम से 02:47 पी एम
  • गोधूलि मुहूर्त- 05:29 पी एम से 05:57 पी एम
  • सायाह्न सन्ध्या- 05:32 पी एम से 06:54 पी एम
  • अमृत काल- 08:20 ए एम से 10:07 ए एम
  • निशिता मुहूर्त- 11:55 पी एम से 12:49 ए एम, दिसम्बर 27

मंत्र: ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः, ॐ विष्णवे नमः

सफला एकादशी पूजा-विधि

स्नान आदि कर मंदिर की साफ सफाई करें

भगवान श्री हरि विष्णु का जलाभिषेक करें

प्रभु का पंचामृत सहित गंगाजल से अभिषेक करें

अब प्रभु को पीला चंदन और पीले पुष्प अर्पित करें

मंदिर में घी का दीपक प्रज्वलित करें

संभव हो तो व्रत रखें और व्रत लेने का संकल्प करें

सफला एकादशी की व्रत कथा का पाठ करें

ॐ नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का जाप करें

पूरी श्रद्धा के साथ भगवान श्री हरि विष्णु और लक्ष्मी जी की आरती करें

प्रभु को तुलसी दल सहित भोग लगाएं

अंत में क्षमा प्रार्थना करें

भोग: फल- केला, सूखे मेवे तथा पीले मिष्ठान के साथ खीर का भोग लगा सकते हैं।

डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

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