Hindi Newsधर्म न्यूज़Hawan: Shardiya Navratri Havan and Vrat Parana Date Time Muhurat from Pandit ji

Navratri Hawan: शारदीय नवरात्रि में हवन व व्रत पारण कब करें, पंडित जी से जानें सही डेट व मुहूर्त

  • Shardiya Navratri Hawan Kab Hoga: कुछ जातक अष्टमी तो कुछ नवमी पर हवन करते हैं। तिथि घटने-बढ़ने से 2 दिन अष्टमी पड़ेगी। पंडित जी से जानें शारदीय नवरात्रि में अष्टमी-नवमी व्रत, हवन व व्रत पारण किस दिन करना शुभ रहेगा-

Shrishti Chaubey हिन्दुस्तान, नई दिल्लीWed, 9 Oct 2024 05:37 AM
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Navratri Hawan: शारदीय नवरात्रि का समापन हवन के बाद ही किया जाता है। इस नवरात्रि तिथि घटने-बढ़ने से अष्टमी व नवमी को लेकर लोग कन्फ्यूज हैं। कुछ जातक अष्टमी तो कुछ नवमी के दिन हवन पूजन करते हैं। वहीं, इस साल अष्टमी तिथि दो दिन पड़ रही है। ऐसे में आइए पंडित जी से जानते हैं कि शारदीय नवरात्रि में अष्टमी-नवमी व्रत, हवन व व्रत पारण किस दिन करना शुभ रहेगा-

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शारदीय नवरात्रि में हवन व व्रत पारण कब किया जाएगा?

शारदीय नवरात्र की सप्तमी तिथि पंडित दिवाकर त्रिपाठी पूर्वांचली के अनुसार, बुधवार को सुबह 7:36 बजे से शुरू हो जाएगी। जिसका मान दस अक्टूबर को सुबह 7:29 बजे तक रहेगा। अष्टमी तिथि दस अक्टूबर को सुबह 7:29 बजे से लग जाएगी और 11 अक्टूबर को सूर्योदय के बाद सुबह 6:52 बजे तक रहेगी। उसके बाद नवमी तिथि लग जाएगी, इस दिन भोर में 5:47 बजे नवमी व्याप्त मानी गई है।

अष्टमी-नवमी व्रत किस दिन रखें: उत्थान ज्योतिष संस्थान के निदेशक पं. दिवाकर त्रिपाठी पूर्वांचली ने बताया कि 11 अक्टूबर को भोर में 5:47 बजे तक नवमी तिथि व्याप्त रहेगी। इस प्रकार से महाअष्टमी व महानवमी दोनों का व्रत 11 अक्टूबर को किया जाएगा।

अष्टमी पूजा कब करें: पं. दिवाकर त्रिपाठी पूर्वांचली ने बताया कि रात्रिकालीन अष्टमी तिथि की पूजा दस अक्तूबर को महानिशा में की जाएगी।

हवन कब करें: पं. दिवाकर त्रिपाठी पूर्वांचली के अनुसार, नवरात्र से संबंधित नौ दिनों तक चल रहे दुर्गा सप्तशती पाठ के समापन के बाद हवन संबंधित कार्य 11 अक्टूबर व 12 अक्टूबर की भोर में 5:47 बजे तक किया जा सकेगा।

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व्रत का पारण कब करें: नवरात्रि के 9 दिनों का व्रत रखने पर मुहूर्त अनुसार ही पारण करना शुभ माना गया है। पं. दिवाकर त्रिपाठी पूर्वांचली के अनुसार, पूर्ण नवरात्र व्रत का पारण 12 अक्टूबर को विजयादशमी के दिन किया जाएगा। श्रवण नक्षत्र में दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन भी इसी दिन किया जाएगा।

डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

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