राजस्थान में पिछले तीन दशक से एक बार कांग्रेस और एक बार भाजपा की सरकार का रिवाज रहा है। 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने बहुमत हासिल किया था, जबकि 2013 में यहां भाजपा की सरकार बनी थी। इस बार कांग्रेस पार्टी के सामने अपनी सरकार बचाने की बड़ी चुनौती है तो भाजपा ने भी सत्ता पाने के लिए पूरा दमखम लगाया है। राजस्थान विधानसभा में कुल 200 सीटें हैं। बहुमत के लिए 101 सीटों की आवश्यकता है। भाजपा और कांग्रेस ने इस बार मुख्यमंत्री पद के चेहरे का ऐलान नहीं किया है। दोनों ही पार्टियों ने सामूहिक नेतृत्व के तहत चुनाव लड़ने का फैसला किया। भाजपा और कांग्रेस की सीधी लड़ाई के बीच बसपा और आम आदमी पार्टी जैसे अन्य दलों ने भी कुछ सीटें हासिल करने के लिए जोर लगाया है।