पंजाब किसके नाल। इस अहम सवाल का जवाब 10 मार्च को विधानसभा चुनावों के परिणाम के साथ ही मिलेगा। राज्य में 20 फरवरी को एक ही राउंड में वोटिंग हुई थी। कांग्रेस के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी भदौर और चमकौर साहिब सीट से चुनाव मैदान में हैं। इसके अलावा पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह अपने परंपरागत गढ़ पटियाला से उतरे हैं। इस बार पंजाब का चुनावी मुकाबला बहुकोणीय नजर आ रहा है। एक तरफ कांग्रेस है तो दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी मुख्य मुकाबले में दिख रही है। इसके अलावा भाजपा ने कैप्टन अमरिंदर सिंह की पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस से गठबंधन किया है। वहीं अकाली दल और बसपा का भी अलग गठबंधन है।
मुख्य प्रत्याशियों की बात करें तो पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू की सीट अमृतसर पूर्व पर भी सबकी निगाहें होंगी। वहीं आम आदमी पार्टी के सीएम कैंडिडेट अपने संसदीय क्षेत्र संगरूर की विधानसभा सीट धुरी से उतरे हैं। पंजाब में पहले 14 फरवरी को मतदान होना था, लेकिन रविदास जयंती के चलते तारीख बदल दी गई थी और 20 फरवरी को मतदान हुआ था। पंजाब में कुल 117 विधानसभा सीटें हैं और किसी भी दल को सत्ता हासिल करने के लिए 59 सीटों पर जीत हासिल करना जरूरी है। पंजाब में कुल 1,300 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला होना है। पंजाब में मुद्दों की बात करें तो किसान आंदोलन, ड्रग्स तस्करी और बेअदबी प्रमुख हैं। यूपी, गोवा, मणिपुर और उत्तराखंड के साथ ही पंजाब चुनाव के भी 10 मार्च को ही नतीजे आने हैं।