मणिपुर विधानसभा चुनाव 2022 दो चरणों में 28 फरवरी और 5 मार्च को संपन्न हुए है। इसमें 16 जिलों में 60 निर्वाचन क्षेत्र हैं। मणिपुर एक महत्वपूर्ण पूर्वोत्तर राज्य है जिसे भाजपा पूर्वोत्तर में अपने पदचिह्न बनाए रखने के लिए लड़ रही है। यहां साल 2017 में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी, फिर भी भाजपा कई क्षेत्रीय दलों के साथ सरकार बनाने में सक्षम रही। इस बार बीजेपी सभी 60 सीटों पर लड़ रही है। मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह अपनी पारंपरिक सीट हिंगांग से चुनाव लड़ रहे हैं। जबकि कांग्रेस सीपीआई, सीपीआई (एम), आरएसपी, फॉरवर्ड ब्लॉक और जेडी (एस) के साथ छह-पार्टी गठबंधन का नेतृत्व कर रही है।
इस चुनाव में नीतीश कुमार की पार्टी भी अहम खिलाड़ी बनकर उभरी है। चुनाव आयोग के अनुसार, राज्य में 9,85,119 पुरुष, 10,49,639 महिला और 209 ट्रांसजेंडर मतदाता हैं। इस चुनाव में सशस्त्र बल विशेष अधिकार अधिनियम (AFSPA)जो सेना को व्यापक अधिकार देता है, राज्य में एक चुनावी मुद्दा बन गया है और कांग्रेस ने वादा किया है कि अगर वह सत्ता में आती है तो वह विवादास्पद कानून को हटा देगी। मणिपुर की अंतरराष्ट्रीय सीमा म्यांमार से लगती है। यह 1972 में एक राज्य बना। मणिपुर चुनाव के नतीजे 10 मार्च को घोषित किए जाएंगे।