गुजरात चुनाव: भाजपा ही नहीं कांग्रेस सांसदों-विधायकों के पास कुबेर का खजाना, आपराधिक मामले भी दर्ज
2004 से आम चुनाव से लेकर विधानसभा चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों के खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज होने के साथ करोड़ों की संपत्ति भी है। इसमें भाजपा-कांग्रेस के सांसद और विधायक भी शामिल हैं।
Gujarat Elections 2022: 2004 से आम चुनाव से लेकर विधानसभा चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों के खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज होने के साथ करोड़ों की संपत्ति भी है। हैरानी की बात है कि इसमें भाजपा-कांग्रेस के सांसद और विधायक भी शामिल हैं। यही नहीं, भाजपा-कांग्रेस के विधायकों के पास कुबेर का खजाना भी है। सत्ता की कुर्सी पर काबिज होने के बाद जनप्रतिनिधियों की संपत्ति में बढ़ोतरी भी दर्ज की कई है।
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने सोमवार को जारी अपनी रिपोर्ट में कहा है कि 2004 से अब तक लोकसभा या विधानसभा चुनाव लड़ने वाले 6,043 उम्मीदवारों में से लगभग 972 ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं। चौंकाने वाली बात है कि 511 उम्मीदवारों के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज किए गए हैं।
एडीआर और गुजरात इलेक्शन वॉच (जीईडब्ल्यू) ने 2004 से लोकसभा और विधानसभा चुनावों में सांसदों, विधायकों और उम्मीदवारों के वित्तीय और आपराधिक मामलों की जांच की है। 2007, 2012 और 2017 के गुजरात विधानसभा चुनाव और 2004, 2009, 2014 और 2019 गुजरात लोकसभा चुनाव और उपचुनाव में प्रत्याशियों द्वारा प्रस्तुत हलफनामों पर आधारित रिपार्ट तैयार की है।
एडीआर ने 2004 से अब तक 685 संसद और विधायकों का विश्लेषण किया है। यह पाया गया कि उनमें से 191 ने आपराधिक मामले घोषित किए हैं और 109 के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। सभी उम्मीदवारों की औसत संपत्ति ₹1.71 करोड़ है, जबकि सभी सांसदों और विधायकों की औसम संपत्ति 5.99 करोड़ दज की गई है।
रिपोर्ट में धनबल और बाहुबल के बीच संबंध भी पाया गया जिसके परिणामस्वरूप चुनाव परिणाम सामने आए। आपराधिक मामलों वाले उम्मीदवारों की औसत संपत्ति ₹3.81 करोड़, गंभीर आपराधिक मामले ₹5.34 करोड़ है। जबकि, आपराधिक मामलों वाले सांसदों और विधायकों की औसत संपत्ति ₹8.96 करोड़ और गंभीर आपराधिक मामलों के साथ ₹11.42 करोड़ है।
2004 से अब तक आपराधिक मामलों वाले 162 उम्मीदवारों ने भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर पर चुनाव लड़ा है। इसी तरह, आपराधिक मामलों वाले 212 उम्मीदवार कांग्रेस के टिकट पर, 65 उम्मीदवार बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के टिकट पर, 7 आम आदमी पार्टी (आप) के टिकट पर और 37 गुजरात परिवर्तन पार्टी (जीपीपी) के टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं।
2004 से चुनाव लड़ने वाले करीब 291 निर्दलीय उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले हैं। भाजपा से कुल 98 उम्मीदवार, कांग्रेस से 106, बसपा से 30, आप से 4, जीपीपी से 17 और 133 निर्दलीय उम्मीदवारों के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले हैं। रिपोर्ट में यह भी पाया गया कि 2004 से अब तक कुल 5071 ऐसे उम्मीदवार और 494 सांसद और विधायक हैं, जिनके खिलाफ कोई भी आपराधिक मामला नहीं है।
1,636 उम्मीदवारों के पास स्नातक या उससे ऊपर की डिग्री है, जबकि 4,777 प्रत्याशी 12वीं पास और उससे नीचे हैं और 130 डिप्लोमा धारक हैं। 300 सांसदों और विधायकों के पास स्नातक और उससे ऊपर की डिग्री, 358 12वीं पास या उससे नीचे और 27 डिप्लोमाधारक हैं।
एडीआर ने यह भी पाया कि केवल 383 उम्मीदवार महिलाएं थीं, जिनमें से 21 पर आपराधिक मामले हैं और 11 के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले हैं। गुजरात में 2004 से अब तक केवल 63 महिला सांसद और विधायक चुनी गईं हैं, जिनमें से चार पर आपराधिक मामले और तीन के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले हैं।
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