कौन हैं मनोज वर्मा, जो बनाए गए हैं कोलकाता के नए पुलिस कमिश्नर; सेना से क्या है नाता
नए पुलिस आयुक्त बनाये गए मनोज कुमार वर्मा 1998 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। इससे पहले वह एडीजी और आईजी (कानून व्यवस्था) की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। एडीजी और आईजी (कानून व्यवस्था) की जिम्मेदारी अब 1995 बैच के आईपीएस अधिकारी जावेद शमीम को सौंपी गई है।
पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार ने आंदोलनकारी जूनियर डॉक्टरों के साथ अपनी बैठक के एक दिन बाद स्वास्थ्य और पुलिस विभागों में मंगलवार को फेरबदल किया है। भारतीय पुलिस सेवा के वरिष्ठ अधिकारी मनोज कुमार वर्मा को विनीत गोयल की जगह कोलकाता का नया पुलिस आयुक्त बनाया गया है। एक अधिसूचना में यह जानकारी दी गई है। आरजी कर अस्पताल में एक चिकित्सक से दुष्कर्म और उसकी हत्या के मामले से निपटने को लेकर आलोचनाओं का सामना कर रहे गोयल को हटाने की घोषणा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार रात प्रदर्शनकारी चिकित्सकों के साथ बैठक के बाद की थी।
गोयल 1994 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। उन्हें पश्चिम बंगाल पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) का अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजी) तथा पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) बनाया गया है। आंदोलनकारी कनिष्ठ चिकित्सकों में से एक ने कहा कि उन्होंने सरकार का आदेश देखा है और अपनी बैठक करने के बाद आगे की रणनीति की घोषणा करेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘हमारी एक बैठक होगी और फिर हम इस बारे में निर्णय लेंगे कि क्या आगे भी काम बंद रखा जाए।’’
कौन हैं मनोज कुमार वर्मा
नए पुलिस आयुक्त बनाये गए मनोज कुमार वर्मा 1998 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। इससे पहले वह एडीजी और आईजी (कानून व्यवस्था) की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। एडीजी और आईजी (कानून व्यवस्था) की जिम्मेदारी अब 1995 बैच के आईपीएस अधिकारी जावेद शमीम को सौंपी गई है। मनोज कुमार वर्मा ने फेसबुक पर दिए एक साक्षात्कार में बताया कि उनके परिवार का मिलिट्री बैकग्राउंड रहा है। उनके पिता भारतीय सेना में कार्यरत थे। इस वजह से उनकी पढ़ाई कई केंद्रीय विद्यालयों में हुई है लेकिन मुख्यत: पढ़ाई कर्नाटक के बेलगाम स्थित सैन्य स्कूल में हुई है।
वर्मा ने बाद में कोटा के एक इंजीनियरिंग कॉलेज से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिग्री हासिल की। इसके बाद वह सिविल सेवा की तैयारी करने लगे। उन्होंने 1998 की सिविल सेवा परीक्षा पास कर ली और हैदराबाद स्थित पुलिस अकादमी में जाकर ट्रेनिंग लेने लगे। वर्मा ने कुछ समय तक सिलीगुड़ी के पुलिस कमिश्नर के रूप में भी काम किया है, उसके बाद उन्हें 2016 में पश्चिम बंगाल में यातायात का महानिरीक्षक (आईजी) नियुक्त किया गया। उन्होंने 2017 में दार्जिलिंग के पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) और खुफिया ब्यूरो के एडीजी और महानिरीक्षक का पद भी संभाला है। इसी साल जनवरी 2024 में उन्हें अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी), कानून और व्यवस्था के रूप में नियुक्त किया गया था। (भाषा इनपुट्स के साथ)
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