क्यों कोलकाता पुलिस कमिश्नर को हटवाने पर तुले थे जूनियर डॉक्टर? कई अन्य अधिकारियों पर भी गिरी गाज
- जूनियर डॉक्टरों की मांग मानते हुए ममता बनर्जी ने कोलकाता पुलिस कमिश्नर विनीत गोयल को हटाने का फैसला कर लिया है। उनपर घटना को लेकर लापरवाही करने का आरोप है।
आरजी कर अस्पताल में महिला डॉक्टर से रेप और हत्या को लेकर प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों की ज्यादातर मांगें मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मान ली हैं। उन्होंने तत्काल प्रभाव से कोलकाता के कमिश्नर ऑफ पुलिस आईपीएस अधिकारी विनीत गोयल को पद से हटा दिया है। इसके अलावा पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के कई शीर्ष अधिकारियों के तबादले का भी फैसला किया गया है। डॉक्टरों ने मुख्यमंत्री के सामने फाइव पॉइंट चार्टर पेश किया था।
मुख्यमंत्री ने डायरेक्टर ऑफ मेडिकल एजुकेशन (DMR) और डायरेक्टर ऑफ हेल्थ सर्विसेज (DHS) के साथ ही डिप्टी कमिश्नर नॉर्थ डिविजन को हटाने का फैसला किया है। उनपर पीड़िता के मां-बाप को रिश्वत देने की कोशिश का आरोप है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मंगलवार को 4 बजे के बाद नए कमिश्नर का ऐलान किया जाएगा। सुप्रीम कोर्ट में आज इस मामले में सुनवाई भी होनी है। प्रदर्शनकारी डॉक्टर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मिलने उनके कालीघाट स्थित आधिकारिक आवास पर पहुंचे थे।
कौन हैं कोलकाता के पूर्व पुलिस कमिश्निर विनीत गोयल?
दिसंबर 2021 में आईपीएस विनीत कुमार गोयल को कोलकाता का पुलिस कमिश्नर नियुक्त किया गया था। वह 1994 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। उन्होंने आईआईटी खड़गपुर और आईआईटी कानपुर से पढ़ाई की है। अपने करियार के दौरान वह कई अहम पदों पर रहे। वनीत गोयल ईस्टर्न सबअर्बन डिविजन के डिप्टी कमिश्नर थे। इसके अलावा वह स्पेशल टास्क फोर्स और ट्रैफिक के जॉइंट कमिश्नर भी रह चुके हैं। विनीत गोयल को दो बार गैलंटरी अवॉर्ड फॉर पुलिस सर्विस मिल चुका है। इसके आलावा उन्हें मुख्यमंत्री मेडल और पुलिस मेडल से भी सम्मानित किया गया था।
कमिश्नर विनीत गोयल पर क्या हैं आरोप?
विनीत गोयल पर इस मामले में लापरवाही करने के आरोप हैं। डॉक्टरों और विपक्षी दलों का कहना है कि विनीत गोयल डीजीपी राजीव कुमार की ही तरह ममता बनर्जी के वफादार हैं। इसके अलावा घटना के बाद 14 अगस्त को अस्पताल में हुए तोड़फोड़ को पुलिस हैंडल नहीं कर पाई। ममता बनर्जी ने बैठक के दौरान कहा कि विनीत गोयल ने खुद ही इस्तीफे की पेशकश की थी लेकिन उन्होंने ही रोक लिया।
14 अगस्त को अस्पताल में हुई तोड़फोड़ के बाद पुलिस के रवैया पर भी सवाल उठने लगे थे। वहीं कोलकाता पुलिस कमिश्नर का बयान भी लोगों को अखरने लगा। उन्होंने कहा था कि अफवाहों और मीडिया के अभियान से लोगों का पुलिस से भरोसा उठ रहा है। उनका यही कहना था कि पुलिस ने कुछ भी गलत नहीं किया।