SSC घोटाला: ममता के एक और विधायक पर गिर सकती है गाज, ED ने माणिक भट्टाचार्य को किया तलब
पश्चिम बंगाल माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के पूर्व प्रमुख और नादिया जिले से विधायक भट्टाचार्य को बुधवार दोपहर में सीजीओ कॉम्प्लेक्स स्थित ईडी के दफ्तर में उसके अधिकारियों के सामने पेश होने के लिए कहा गया है।
पश्चिम बंगाल एसएससी भर्ती घोटाला मामले में ममता सरकार के एक और विधायक पर गाज गिर सकती है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के एक अन्य विधायक माणिक भट्टाचार्य को पूछताछ के लिए एजेंसी के कोलकाता कार्यालय में बुधवार को तलब किया है। माणिक भट्टाचार्य बंगाल प्राथमिक शिक्षा बोर्ड के पूर्व प्रमुख हैं।
भट्टाचार्य को ईडी ने ऐसे समय में तलब किया है जब इसी मामले में वर्तमान उद्योग मंत्री और पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी व उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं। माणिक भट्टाचार्य नादिया जिले से विधायक हैं। सूत्रों ने बताया कि पश्चिम बंगाल माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के पूर्व प्रमुख और नादिया जिले से विधायक भट्टाचार्य को बुधवार दोपहर में सीजीओ कॉम्प्लेक्स स्थित ईडी के दफ्तर में उसके अधिकारियों के सामने पेश होने के लिए कहा गया है। इस बीच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती में कथित घोटाले के सिलसिले में गिरफ्तार पश्चिम बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी कथित सहयोगी अर्पिता मुखर्जी से मंगलवार को पूछताछ की।
चटर्जी को भुवनेश्वर स्थित एम्स में उनकी अच्छी तरह से चिकित्सकीय जांच के बाद सुबह साढ़े छह बजे कोलकाता लाया गया और फिर सीधे सीजीओ कॉम्प्लेक्स स्थित ईडी के दफ्तर ले जाया गया। उनसे पूछताछ की जा रही है। केंद्रीय एजेंसी के अनुरोध पर एक विशेष ईडी अदालत ने सोमवार को चटर्जी और मुखर्जी दोनों को तीन अगस्त तक उसकी हिरासत में भेज दिया था। जांच एजेंसी ने दलील दी थी कि शिक्षक भर्ती में कथित घोटाले में शामिल पैसा कहां-कहां गया है, इसका पता लगाने के लिए दोनों से पूछताछ करने की जरूरत है।
कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश के तहत चटर्जी को डिजिटल माध्यम से विशेष अदालत में पेश किया गया था जबकि मुखर्जी को अदालत ले जाकर न्यायाधीश के सामने पेश किया गया था। उच्च न्यायालय ने रविवार को निर्देश दिया था कि चटर्जी को भुवनेश्वर स्थित एम्स ले जाया जाए जहां सोमवार को विभिन्न विभागों के विशेषज्ञ डॉक्टर उनकी चिकित्सकीय जांच करें।
ईडी ने चटर्जी को पश्चिम बंगाल सरकार के एसएसकेएम अस्पताल भेजने के मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट (प्रभारी) अदालत के आदेश को चुनौती दी थी। उनके वकीलों ने दावा किया था कि वह बीमार हैं। एजेंसी ने जोर देकर कहा था कि कौन से अस्पताल ले जाना है इसका निर्देश अदालत नहीं दे सकती है।
एम्स, भुवनेश्वर के चिकित्सकों ने कहा कि चटर्जी गंभीर बीमारियों से पीड़ित हैं, लेकिन उन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत नहीं है। चटर्जी को स्कूल सेवा आयोग (एसएससी) के भर्ती अभियान में अनियमितताओं की जांच के सिलसिले में शनिवार को गिरफ्तार किया गया था। जब नियुक्तियों में कथित घोटाला हुआ था, उस समय तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के पास शिक्षा महकमे का जिम्मा था।
ईडी ने 22 जुलाई को भट्टाचार्य के आवासीय परिसरों पर छापे मारे थे। उसने भर्ती घोटाले में कथित रूप से शामिल अन्य लोगों के यहां भी छापेमारी की थी। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मंत्री पार्थ चटर्जी को तत्काल बर्खास्त करने की मांग की है। ममता को लिखे पत्र में अधीर ने कहा कि स्कूल सेवा आयोग (एसएससी) द्वारा भर्ती प्रक्रिया में ‘अनियमितताएं’ ‘एक खुला सत्य’ है।
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