गायब लग्जरी कारों को लेकर अर्पिता मुखर्जी के ड्राइवर ने उगले राज, जानें क्या-क्या कहा
अर्पिता मुखर्जी के ड्राइवर प्रणब भट्टाचार्य ने इस बात की पुष्टि की है कि कई लग्जरी कार पिछले तीन महीनों से गायब हैं। उन्होंने कहा कि वह सिर्फ होंडा सिटी में उन्हें घुमाने की जिम्मेदारी थी।
अर्पिता मुखर्जी के ड्राइवर प्रणब भट्टाचार्य ने इस बात की पुष्टि की है कि कई लग्जरी कार पिछले तीन महीनों से गायब हैं। उन्होंने कहा कि वह सिर्फ होंडा सिटी में उन्हें घुमाने की जिम्मेदारी थी। उन्हें कभी भी बाकी कारों को चलाने की अनुमति नहीं दी गई थी। इंडिया टुडे को दिए इंटरव्यू में उसने यह बात कही है। उसने यह भी बताया कि पार्थ चटर्जी कभी-कभी उनसे मिलने आते थे। ड्राइवर ने कहा कि हाल ही में निलंबित हुए मंत्री को उनके घर में प्रवेश करते देखा था।
भट्टाचार्य ने आगे कहा कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी उनसे इस संबंध में पूछताछ की है। अर्पिता के ड्राइवर ने कहा, "जब ईडी अधिकारी आए तो मैं वहां मौजूद था। उन्होंने मुझे अंदर बैठने के लिए कहा और मुझे इंतजार कराया। उन्होंने मेरा फोन लिया और अर्पिता के ठिकाने के बारे में पूछा।" उसने कहा कि ईडी अधिकारियों को अपना फोन नंबर दिया है। जब भी उसे बुलाया जाएगा, वह उनसे मिलने जाएगा।
अर्पिता की 4 लग्जरी कारें गायब
सूत्रों ने शुक्रवार को इस बात का खुलासा किया कि पार्थ चटर्जी की सहयोगी अर्पिता मुखर्जी ने बताया कि कोलकाता के डायमंड सिटी परिसर में उनके आवास से चार लग्जरी कारें गायब हैं। ईडी द्वारा अर्पिता को फ्लैट से गिरफ्तार किए जाने के बाद से कारें गायब हैं। अधिकारी फिलहाल सीसीटीवी फुटेज के जरिए लापता कारों का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं।
ईडी ने 22 जुलाई को पश्चिम बंगाल के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी का "करीबी सहयोगी" अर्पिता मुखर्जी के आवास से 21.90 करोड़ रुपये नकद बरामद किए। जांच एजेंसी ने 56 लाख रुपये की विदेशी मुद्रा और 76 लाख रुपये का सोना भी बरामद किया है। ईडी ने पहली छापेमारी के कुछ ही दिन के बाद अर्पिता मुखर्जी के दूसरे अपार्टमेंट से 28.90 करोड़ रुपये नकद, 5 किलो से अधिक सोना और कई दस्तावेज बरामद किए।
पार्थ चटर्जी ग्रुप 'सी' और 'डी' कर्मचारियों, नौवीं-बारहवीं कक्षा के सहायक शिक्षकों और प्राथमिक शिक्षकों के कथित भर्ती घोटाले में शामिल हैं। बरामद राशि शिक्षक भर्ती घोटाले से अपराध की आय होने का संदेह है। पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी को 3 अगस्त तक ईडी की हिरासत में भेज दिया गया है।
इससे पहले ईडी के सूत्रों ने कहा कि अर्पिता ने कबूल किया है कि बरामद पैसे पार्थ चटर्जी के हैं और उनके फ्लैट का इस्तेमाल उनके पैसे रखने के लिए किया गया था। उसने यह भी कहा कि उसे इस बात का अंदाजा नहीं था कि उस फ्लैट में इतनी बड़ी रकम है। अर्पित ने पूछताछ के दौरान ईडी को बताया कि पार्थ चटर्जी फ्लैट पर आए करते थे और वही इन पैसों के बारे में जानते थे।
इस बीच पार्टी और विपक्ष दोनों के दबाव के बाद, तृणमूल कांग्रेस ने गुरुवार को पार्थ चटर्जी को निलंबित कर दिया। शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में ईडी द्वारा गिरफ्तारी के बाद उन्हें बंगाल मंत्रालय से भी हटा दिया गया था।
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