Hindi Newsपश्चिम बंगाल न्यूज़Security not a luxury IMA writes letter to Mamata Banerjee supports doctors demand

सुरक्षा लग्जरी नहीं, IMA ने ममता को लिखा लेटर; डॉक्टरों के आमरण अनशन को समर्थन

पश्चिम बंगाल में जूनियर डॉक्टर अपनी मांगों को लेकर भूख हड़ताल पर हैं। अब इंडियन मेडिकल एसोसिशन (आईएमए) ने इसको लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिखा है।

Deepak लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीFri, 11 Oct 2024 11:14 AM
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पश्चिम बंगाल में जूनियर डॉक्टर अपनी मांगों को लेकर भूख हड़ताल पर हैं। ममता सरकार के खिलाफ चल रही इस भूख हड़ताल को करीब एक हफ्ते हो चुके हैं। अब इंडियन मेडिकल एसोसिशन (आईएमए) ने इसको लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिखा है। इस पत्र में आईएमए ने जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल को समर्थन दिया है। साथ ही ममता सरकार से मांग की है कि वह इन मांगों पर तत्काल ध्यान दें। आईएमए ने यह भी कहा है कि इस मामले को जल्द से जल्द सुलझा लेना चाहिए। गौरतलब है कि कोलकाता स्थित आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में आमरण अनशन पर बैठे डॉक्टरों में से एक ही हालत गुरुवार को बिगड़ गई थी। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को संबोधित पत्र में आईएमए ने लिखा है कि जूनियर डॉक्टरों के आमरण अनशन को एक हफ्ते होने जा रहे हैं। इन लोगों की मांग पर तत्काल ध्यान दिए जाने और उस पर ऐक्शन लिए जाने की जरूरत है। पत्र में आगे लिखा है कि पश्चिम बंगाल सरकार डॉक्टरों की सभी मांगों को पूरा करने में पूरी तरह से सक्षम है। बता दें कि कोलकाता स्थित आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में एक महिला प्रशिक्षु चिकित्सक से कथित बलात्कार और उसकी हत्या की घटना के विरोध में जूनियर डॉक्टर्स आमरण अनशन पर हैं।

आईएमए ने अपने पत्र में लिखा है कि शांतिपूर्ण वातावरण और सुरक्षा कोई लग्जरी नहीं है। आगे लिखा गया है कि हम आपसे अपील करते हैं कि युवा डॉक्टरों के साथ इस मामले को बड़ों की तरह और सरकार के प्रमुख के तौर पर जल्द से जल्द सुलझाया जाए। भारत की संपूर्ण मेडिकल फैटर्निटी इस बात को लेकर परेशान है और भरोसा करती है कि आप उनकी जिंदगी बचा सकते हैं। आईएमए ने लिखा है कि अगर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन इस मामले में कोई सहयोग कर पाए तो हमें बेहद खुशी होगी।

इस बीच राज्य स्वास्थ्य विभाग ने चार विशेषज्ञ चिकित्सकों की एक टीम को एस्प्लेनेड क्षेत्र में उस स्थल पर भेजा था, जहां चिकित्सक अनशन पर बैठे हैं। इसका मकसद पिछले पांच दिनों से भूख हड़ताल कर रहे सात चिकित्सकों की स्वास्थ्य स्थिति का आकलन किया जा सके।

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