अचानक धीमी पड़ गई मॉनसून की विदाई, बारिश से बेहाल देश के कई हिस्से; IMD का बड़ा अपडेट
- भारी वर्षा के क्षेत्र कोंकण और गोवा बने हुए हैं। वसई (जिला पालघर) में 21 सेमी, सांताक्रूज (मुंबई) 17 सेमी, कोलाबा 17 सेमी, और उरण (जिला रायगढ़) में 16 सेमी बारिश दर्ज की गई है।
मॉनसून अब भी देश के मध्य और पश्चिमी हिस्सों में सक्रिय है। हालांकि मंगलवार को राजस्थान, गुजरात, पंजाब और हरियाणा के कुछ हिस्सों से मॉनसून की वापसी शुरू हो गई थी, लेकिन अब इसकी गति धीमी पड़ गई है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने इसकी जानकारी दी। इसने बताया कि अगले कुछ दिनों तक मॉनसून की विदाई में कोई खास प्रगति नहीं होगी। आईएमडी ने चेतावनी दी है कि शुक्रवार तक कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र, गुजरात, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश हो सकती है। इसके अलावा, पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र, मध्य, पूर्वी और उत्तर-पूर्वी भारत में भी अगले 2-3 दिनों तक भारी बारिश की संभावना है।
आईएमडी के निदेशक एम. महापात्रा ने कहा, "वर्तमान में एक चक्रवाती परिसंचरण (cyclonic circulation) के कारण मॉनसून बहुत सक्रिय है। यह एक बड़े पैमाने पर पूर्व से पश्चिम तक फैला हुआ है। पश्चिमी भारत में पहले से ही भारी से अत्यधिक भारी बारिश हो रही है, और यह बारिश कम से कम 28 सितंबर तक जारी रह सकती है। मॉनसून की वापसी तब तक नहीं होगी जब तक यह सिस्टम कमजोर नहीं हो जाता।"
मॉनसून सामान्यतः 17 सितंबर से वापस होना शुरू होता है और 15 अक्टूबर तक पूरी तरह से देश से चला जाता है। चक्रवाती परिसंचरण उत्तरी मध्य महाराष्ट्र और आसपास के क्षेत्रों में मध्य क्षोभमंडलीय स्तर तक फैला हुआ है। एक ट्रफ रेखा उत्तरी मध्य महाराष्ट्र से लेकर उत्तर बांग्लादेश तक फैली हुई है, जो भीषण बारिश का कारण बन रही है।
भारी वर्षा के क्षेत्र
कोंकण और गोवा बने हुए हैं। वसई (जिला पालघर) में 21 सेमी, सांताक्रूज (मुंबई) 17 सेमी, कोलाबा 17 सेमी, और उरण (जिला रायगढ़) में 16 सेमी बारिश दर्ज की गई है। उत्तराखंड के हरिपुर (देहरादून) में 24 सेमी, समा (बागेश्वर) में 20 सेमी, मसूरी में 16 सेमी, और रुद्रप्रयाग में 13 सेमी बारिश दर्ज हुई है। वहीं अन्य स्थानों में गुजरात, हिमाचल प्रदेश, ओडिशा, असम, मेघालय, तमिलनाडु, पुडुचेरी, और सिक्किम में भी अलग-अलग स्थानों पर भारी से अत्यधिक भारी वर्षा दर्ज की गई है।
देशभर में मॉनसून की स्थिति: 1 जून से अब तक देश में औसतन 5% अधिक बारिश दर्ज की गई है। उत्तर-पश्चिम भारत में 4%, मध्य भारत में 16%, और दक्षिण प्रायद्वीप में 16% अधिक वर्षा हुई है। वहीं, पूर्व और उत्तर-पूर्व भारत में 17% की कमी रही है। गंगीय पश्चिम बंगाल, झारखंड, हरियाणा, छत्तीसगढ़, मराठवाड़ा, उत्तर आंतरिक कर्नाटक, मध्य प्रदेश, सौराष्ट्र और कच्छ, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, बिहार, पश्चिम उत्तर प्रदेश और अरुणाचल प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा हो रही है।
कैसा रहेगा आपके शहर का मौसम, जानें
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।