ईरान में सद्र का इलेक्शन लड़ रहे मसूद पेज़ेश्कियान कह चुके हैं "अगर किसी ख़ास तरीके़ से या कोई कपड़ा पहनना गुनाह है तो औरतों और लड़कियों के लिए ऐसे बर्ताव करना 100 गुना ज्यादा बड़ा गुनाह है...इस्लाम में कहीं भी ऐसा नहीं कहा गया है कि किसी को उसके कपड़े के लिए सज़ा देने की इजाज़त दी जाए...इससे आप समझ ही गए होंगे कि ईरान इन दिनों चल रहे प्रसिडेंट इलेक्शन में एक तरफ हिजाब के हिमायती हैं तो दूसरी जानिब हिजाब मुखालिफ..इसे ऐसे समझिये कि ईरान इन दिनों दो मुख्तलिफ विचारधाराओं के बीच फंसा है वहां के अवाम को एक ऐसा नुमाइंदा चुनना है जिससे इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान का आने मुस्तकबिल यानि भविष्य तय हो सकेगा...दुनिया के सबसे ज्यादा शिया आबादी वाले मुल्क में 14वें प्रसिडेंट इलेक्शन के लिए कुल चार उम्मीदवार थे जिनमें से दो के बीच अब अगले दौर में मुकाबला...