चिन्यालीसौड़ हवाई पट्टी पर तीन दिन ही चला अभ्यास
वायु सेना की ओर से चिन्यालीसौड़ हवाई पट्टी पर पांच दिनों तक चलने वाला अभ्यास तीन दिन ही चल पाया। जिसमें एएन-32 विमान ने द्वारा केवल दो बार ही लैंडिंग
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वायु सेना की ओर से चिन्यालीसौड़ हवाई पट्टी पर पांच दिनों तक चलने वाला अभ्यास तीन दिन ही चल पाया। जिसमें एएन-32 विमान द्वारा केवल दो बार ही लैंडिंग और टेकऑफ का अभ्यास किया गया। भारत चीन सीमा से सटी चिन्यालीसौड़ हवाई पट्टी पर भारतीय वायु सेना पिछले कई सालों से लगातार अपने विमानों का अभ्यास करती आ रही है। यही वजह है कि वायु सेना इसे अपना एडवांस लैंडिंग ग्राउंड (एएलजी) बनाने की कवायद में लगी हुई है और यहां अभ्यास जारी रखे हुए है। वायुसेना उत्तराखंड सरकार से चिन्यालीसौड़ हवाई अड्डे को एयरबेस बनाने के लिए विस्तारीकरण की मांग कर रही है। इस पट्टी पर वायु सेना की ओर से गत 27 से 31 जनवरी तक अभ्यास किया जाना प्रस्तावित था। लेकिन यह अभ्यास केवल तीन दिन ही चल पाया। 28 जनवरी और 30 जनवरी को एएन -32 और हरक्यूलिस ने अभ्यास नहीं किया। जबकि शुक्रवार को पुनः वायुसेना के आगरा से एएन-32 विमान ने 2 बार लैंडिंग और टेकऑफ का अभ्यास किया। वहीं ग्वालियर से रूटीन अभ्यास के लिए आए हरक्यूलिस ने चिन्यालीसौड़ एयरपोर्ट पर दो चक्कर लगाए और वापस लौट गया।
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