Hindi Newsउत्तराखंड न्यूज़Weather became a big obstacle in rescue operations from Kedarnath

केदारनाथ से रेस्क्यू में मौसम बना बड़ी बाधा, लिंचोली, भीमबली, गौरीकुंड में बारिश से बचाव अभियान बाधित

उत्तराखंड के केदारनाथ धाम में शुक्रवार को मौसम बचाव अभियान में बाधा बना। खराब मौसम के कारण जहां वायुसेना का चिनूक हेलीकॉप्टर गौचर हवाईपट्टी से पूरे दिन उड़ान नहीं भर सका।

Praveen Sharma रुद्रप्रयाग। हिन्दुस्तान, Sat, 3 Aug 2024 08:25 AM
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उत्तराखंड के केदारनाथ धाम में शुक्रवार को मौसम बचाव अभियान में बाधा बना। खराब मौसम के कारण जहां वायुसेना का चिनूक हेलीकॉप्टर गौचर हवाईपट्टी से पूरे दिन उड़ान नहीं भर सका, वहीं एमआई-17 हेलीकॉप्टर भी सुबह सिर्फ एक चक्कर लगाकर 15 यात्रियों को गौचर पहुंचा सका। केदारनाथ में एयरलिफ्ट के इंतजार में यात्री हेलीपैड के पास लाइन में खड़े नजर आए। हालांकि, केदारनाथ मार्ग पर लिंचोली, भीमबली, गौरीकुंड समेत निचले इलाकों में पैदल व हेलीकॉप्टर से दिन में राहत बचाव कार्य जारी रहा। रात को इन इलाकों में बारिश होने से रेस्क्यू बाधित हुआ। निजी हेलीकॉप्टरों की मदद से भी यात्रियों को रेस्क्यू कर शेरसी हेलीपैड पहुंचाया गया। उधर, बुधवार रात से शुक्रवार रात तक आपदा में मरने वालों की संख्या 17 हो गई।

केदार घाटी में 31 जुलाई की रात को आपदा के बाद से एसडीआरएफ, एनडीआरएफ,डीडीआरएफ व लोकल पुलिस राहत-बचाव अभियान में जुटे हैं। विभिन्न स्थानों पर फंसे कुल 7234 लोगों को बुधवार से शुक्रवार रात तक रेस्क्यू किया जा चुका है। लिंचोली के पास थारू कैंप में एसडीआरएफ को मलबे से एक युवक का शव मिला,जिस की शिनाख्त 25 वर्षीय शुभम कश्यप निवासी सहारनपुर के रूप में हुई। उधर, सोनप्रयाग-गौरीकुंड के बीच रेस्क्यू के लिए एसडीआरएफ द्वारा बनाया मार्ग गुरुवार रात बारिश से क्षतिग्रस्त हो गया। इससे फंसे लोगों को रस्सी के सहारे सोनप्रयाग पहुंचाया गया। एसडीआरएफ के कमांडेंट मणिकांत मिश्रा ने बताया, शुक्रवार को लगभग 2784 लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर भेजा।

 सैकड़ों अब भी फंसे

केदारनाथ के अलावा भीमबली और चीड़बासा में अब भी करीब 1200 यात्री फंसे हैं। पैदल मार्ग जगह-जगह ध्वस्त होने से ये गौरीकुंड नहीं पहुंच पा रहे हैं। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, लिंचोली से सभी यात्रियों को रेस्क्यू कर लिया गया है। केदारनाथ में करीब 800, भीमबली और चीड़बासा में लगभग 200-200 लोग फंसे हैं।

केंद्र ने ली जानकारी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रदेश में आपदा से उत्पन्न स्थिति पर नजर बनाए हैं। पीएमओ ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को हरसंभव मदद का भरोसा दिया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी शुक्रवार को मुख्यमंत्री धामी को फोन कर आपदा और नुकसान की जानकारी लेकर लोगों की सुरक्षा के लिए सहायता का आश्वासन दिया।

राहत-बचाव के लिए हेलीकॉप्टर तैनात

मसूरी। जॉर्ज एवरेस्ट पार्क स्टेट मसूरी से उत्तराखंड के आपदा ग्रस्त क्षेत्रों में चल रहे बचाव अभियान में सहायता के लिए हिमालय दर्शन एयर सफारी ने हेलीकॉप्टर तैनात किए हैं। राजस एयरोस्पोर्ट्स एंड एडवेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड के सीईओ और एयर सफारी कंपनी के प्रमुख मनीष सैनी ने जानकारी दी। कहा कि उनकी टीम आपदा में सरकार के साथ खड़ी है। बताया कि गुरुवार को एयर सफारी टीम ने खराब मौसम का सामना करते हुए लगभग 75 तीर्थयात्रियों को प्रभावित क्षेत्रों से सुरक्षित निकाला और तत्काल राहत और सुरक्षा प्रदान की।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, ''उत्तराखंड में आई आपदा से निपटने को सरकार हरसंभव कदम उठा रही है। केंद्र सरकार से भी प्रदेश में चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन में पूरा सहयोग मिल रहा है। अभी तक 7200 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है। आपदा प्रभावित क्षेत्रों में फंसे सभी लोगों को जल्द ही रेस्क्यू कर लिया जाएगा।''

 

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