4 घंटे लाइन में लगने के बाद भी भक्तों के हाथ खाली, चारधाम ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन के स्लॉट फुल
चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन करने पहुंचे हजारों श्रद्धालु तपती धूप में लाइन में खड़े होकर घंटों अपना रजिस्ट्रेशन होने की प्रतीक्षा करते नजर आए। चारधाम रजिस्ट्रेशन स्लॉट फुल हुए।
चारधाम ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन 16 दिन भक्तों के लिए खोला गया था। यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन कराने को लेकर तीर्थ यात्रियों की भारी भीड़ देखने को मिली। लेकिल, चार घंटे लाइन में लगने के बाद भी भक्तों के हाथ खाली रह गए। चार घंटे तक लाइन में लगने के बाद भी श्रद्धालुओं को रजिस्ट्रेशन नहीं मिल सका।
केदारनाथ, बदरीनाथ, यमुनोत्री समेत चारों धामों के लिए रजिस्ट्रेशन के सभी स्लॉट फुल हो गए थे। विदित हो कि 15 मई से आफलाइन रजिस्ट्रेशन को बंद कर दिया गया था, जिसे पुन: 1 जून को शुरू किया गया था।
हरिद्वार के ऋषिकुल मैदान में ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन के दूसरे दिन रविवार को शुरुआती साढ़े चार घंटे में 1500 रजिस्ट्रेशनपूरे हो गए।
इसके बाद जिला पर्यटन विभाग ने काउंटर बंद कर दिया। काउंटर बंद होने के बाद ऋषिकुल मैदान पहुंचे हजारों श्रद्धालु घंटों लाइन में लगने के बाद निराशा और परेशान होकर वापस लौट गए। वहीं, चारधाम श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए हरिद्वार ट्रेवल एसोसिएशन ने रजिस्ट्रेशन की संख्या बढ़ा कर 5000 पंजीकरण प्रतिदिन करने की मांग की है।
रविवार को ऋषिकुल मैदान में अव्यवस्थाओं का बोलबाला रहा। मैदान में चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन करने पहुंचे हजारों श्रद्धालु तपती धूप में लाइन में खड़े होकर घंटों अपना रजिस्ट्रेशन होने की प्रतीक्षा करते नजर आए। तपती धूप से बचाने के लिए मैदान में श्रद्धालुओं के लिए कोई व्यवस्था नजर नहीं है। सुबह छह बजे से श्रद्धालु रजिस्ट्रेशन कराने के लिए लाइन में लग गए।
सात बजे श्रद्धालुओं को पंजीकरण शुरू हुआ। करीब साढ़े ग्यारह बजे 1500 रजिस्ट्रेशन पूरे होने के बाद काउंटर को बंद कर दिया गया। इस कारण हजारों की संख्या में श्रद्धालु घंटों लाइन में खड़े होने के बाद भी रजिस्ट्रेशन नहीं होने से मायूस नजर आए। बड़ी संख्या में मैदान में ऐसे श्रद्धालु मिले।
रजिस्ट्रेशन के लिए करना पड़ रहा इंतजार
श्रद्धालु लाइन में लगने के बाद भी रजिस्ट्रेशन नहीं मिलने से परेशान हैं। रजिस्ट्रेशन पूरे होने के बाद हजारों की संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं की कोई सुनवाई भी नहीं हो रही है। साथ ही रजिस्ट्रेशन नहीं मिलने के कारण श्रद्धालुओं को अगले दिन पंजीकरण मिलने की प्रतीक्षा करनी पड़ रही है। इस कारण श्रद्धालुओं की यात्रा अवधि और खर्च बजट से बाहर हो रहा है। श्रद्धालुओं को बड़ी मुश्किलों का समाना करना पड़ रहा है।
रजिस्ट्रेशन संख्या बढ़ाने की मांग
हरिद्वार ट्रेवल एसोसिएशन के अध्यक्ष उमेश पालीवाल और महामंत्री सुमित श्रीकुंज ने प्रशासन से श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रतिदिन रजिस्ट्रेशन की संख्या पांच हजार करने की मांग की है। साथ ही एक दिन का पंजीकरण पूरे होने के बाद लाइन में लगे सभी श्रद्धालुओं को अगले दिन का रजिस्ट्रेशन उपलब्ध कराने की मांग की है।
ताकि लाइन में लगे श्रद्धालुओं को भी रजिस्ट्रेशन मिल सकें और श्रद्धालु को अगले दिन दोबारा लाइन में लग कर पंजीकरण के लिए परेशान नहीं होना पड़े। आपको बता दें कि ट्रैवल और होटल व्यवसाय से जुड़े कारोबारी भी रजिस्ट्रेशन संख्या बढ़ाने की मांग कर चुके हैं।
चारधाम यात्रा के लिए ऑनलाइन या ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है
10 मई से शुरू चारधाम यात्रा के लिए ऑनलाइन या फिर ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है। बदरीनाथ, केदारनाथ समेतउ चारों धामों में सिर्फ उन्हीं तीर्थ यात्रियों को जाने की अनुमति दी जा रही है जिनके पास रजिस्ट्रेशन है। विदित हो कि 15 मई से बंद ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन को पुन: 1 जून को खोला गया था।
सुबह करीब 11:30 बजे रजिस्ट्रेशन पूरे होने के बाद काउंटर को बंद कर दिया गया है। गढ़वाल आयुक्त के निर्देशों के अनुसार रोजाना 1500 रजिस्ट्रेशन उपलब्ध कराए जा रहे है। मैदान में धूप से बचाव के लिए व्यवस्था बनाई जा रही है।
उच्च स्तर से निर्देश मिलने पर ही लाइन में लगे श्रद्धालुओं को अगले दिन का रजिस्ट्रेशन उपलब्ध कराया जा सकता है। रोजाना सात हजार श्रद्धालु पंजीकरण के लिए पहुंच रहे है। रजिस्ट्रेशन की संख्या सिर्फ 1500 निर्धारित है।
सुरेश कुमार यादव, जिला पर्यटन अधिकारी
1500 रजिस्ट्रेशन का कोटा फुल, मायूस होकर लौटे तीर्थ यात्री
ऋषिकेश में ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए रविवार को दूसरे दिन भी यात्रियों की भीड़ उमड़ी। पंजीकरण काउंटर पर सुबह सात बजे से ही यात्रियों की रजिस्ट्रेशन के लिए लंबी कतारें नजर आईं। महज पांच घंटे में ही राज्य सरकार की ओर से निर्धारित 1500 यात्रियों के पंजीकरण का स्लॉट फुल गया।
रजिस्ट्रेशन से वंचित यात्रियों को अगले दिन के लिए टोकन दिए गए। रजिस्ट्रेशन के लिए लगी कतारों में बिहार, मध्यप्रदेश, यूपी, राजस्थान, महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल के यात्री ज्यादा दिखे। उनमें चारधाम यात्रा को लेकर गजब का उत्साह दिखा।
भगवान बदरी-केदार के जयकारों के साथ पंजीकरण कराने के बाद यात्री धामों के लिए रवाना हुए। अपर आयुक्त गढ़वाल नरेंद्र सिंह क्वीरियाल ने बताया कि हर यात्री को सुरक्षित और सुगम यात्रा कराने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है, जिसके मद्देनजर ही ऑफलाइन काउंटर को धामों में हालात सामान्य होने के बाद खोल दिया गया है।
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