कूल-कूल रहने वाले उत्तराखंड के हिल स्टेशन भी गर्मी में तपे, मसूरी-नैनीताल में एसी-कूलर का सहारा
पहाड़ों पर घूमने आए पर्यटक भी होटलों में एसी की डिमांड कर रहे हैं। उत्तराखंड के पर्वतीय शहरों में पारा 40 के पार पहुंच चुका है। गर्मी से परेशान हैं। मसूरी-नैनीातल में एसी-कूलर का सहारा है।
दिल्ली, गुडगांव की भीषण गर्मी से बचने के लिए पयर्टक उत्तराखंड के नैनीताल, मसूरी जैसे हिल स्टेशन पहुंच तो रहे हैं, लेकिन यहां भी उन्हें गर्मी से बचने के लिए एसी, कूलर, पंखों का ही सहारा लेना पड़ रहा है। उत्तराखंड के हिल स्टेशन और आमतौर पर ठंडे जलवायु वाले क्षेत्रों के घरों में जहां पंखों के लिए हुक तक का इंतजाम नहीं होता था, वहां अब धड़ल्ले से एसी, कूलर लग रहे हैं।
क्लामेंट चेंज, उत्तराखंड के पहाड़ों में साफ तौर पर नजर आने लगा है। पहाड़ों पर घूमने आए पर्यटक भी होटलों में एसी की डिमांड कर रहे हैं। उत्तराखंड के पर्वतीय शहरों में पारा 40 के पार पहुंच चुका है, जिससे लोग गर्मी से परेशान हो रहे हैं।
जहां होती है स्कीइंग वहां भी लग रहे पंखे
रुद्रप्रयाग स्थित मद्महेश्वर मंदिर मार्ग के अंतिम गांव गौंडार में सर्दियों में अच्छी बर्फ गिरती है, इस साल यहां भी पंखे लग रहे हैं। ग्राम प्रधान वीर सिंह ने बताया कि गांव में इस साल करीब दस घरों में पंखे लगाए गए हैं। सर्दियों में स्कीइंग के लिए प्रसिद्ध औली से सटे गांवों में भी लोग अब घरों में पंखों की फिटिंग करवा रहे हैं।
जोशीमठ और औली के बीच स्थित कवाण के कुलदीप कवाण बताते हैं उन्होंने पहली बार घर में पंखा लगवाया है। हिमनगरी के नाम से मशहूर मुनस्यारी में भी पंखे चलाने की नौबत आ गई है। बलराज होटल के मालिक रमेश कुमार ने बताया की उन्होंने पहली बार अपने होटल में पंखे लगाए हैं।
पिथौरागढ़ में व्यापारियों के मुताबिक इस बार 40 से अधिक लोगों ने एसी की खरीदारी की है। पौड़ी का मातोली गांव सर्दियों में बर्फबारी का गवाह बनता है, लेकिन इस साल यहां भी पंखे लग रहे हैं। ग्रामीण सुरेंद्र नेगी के मुताबिक चूंकि ज्यादातर घर पुरानी शैली के बने हैं, इस कारण छत वाले पंखे लगानी की भी व्यवस्था नही है, लोग टेबिल फेन से ही काम चला रहे हैं।
मसूरी, नैनीताल में एसी की नौबत
मसूरी के इलेक्ट्रानिक्स कारोबारी दीपक अग्रवाल कहते हैं कि पहले यहां गर्मी के सीजन में दो-चार ही पंखे बिकते थे, इस सीजन में गर्मी बढ़ी तो उन्होंने एसी भी बेचने शुरू कर दिए हैं। कुमार इलेक्ट्रॉनिक्स के नितिन कहते हैं कि वो मसूरी में पंखे की डिमांड पूरी नहीं कर पा रहे हैं।
उत्तराखंड होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष संदीप साहनी कहते हैं कि मसूरी के बड़े होटलों में तो पहले से ही एसी लगे थे, लेकिन पहले छोटे होटलों का काम बिना पंखे के भी चल जाता था, अब सभी को एसी - पंखों का इंतजाम करना पड़ रहा है।
नैनीताल के चार्टन लॉज में कासिफ जाफरी के घर पर पहली बार पंखा लगा है। मल्लीताल में क्लब कंपाउंड निवासी विशाल ने भी बढ़ती गर्मी के कारण पहली बार अपने घर में पंखा लगवाया है। पिछले सीजन में होटल और होम स्टे के लिए ही पंखे बिकते थे इस बार आम लोग भी पंखे खरीद रहे हैं।
पहाड़ की घाटियों में लू
पहाड़ी जिलों की घाटियों में स्थित शहर भी भीषण लू की चपेट में हैं। मौसम विभाग के मुताबिक मंगलवार को पौड़ी, चमोली, उत्तरकाशी, पिथौरागढ़, बागेश्वर, रुद्रप्रयाग जिले की घाटियों में लू की स्थित रही। पर्वतीय घाटियों में बसे देवप्रयाग, श्रीनगर, रुद्रप्रयाग, सतपुली, बागेश्वर में तापमान 40 डिग्री से अधिक दर्ज किया गया। बीते कई दिनों से यह स्थिति बनी हुई है।
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