शुगर, हार्ट-बीपी की टेंशन, चारधाम रूट पर तीर्थ यात्रियों के स्वास्थ्य सुविधाएं का यह प्लान
इसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए बड़े स्तर पर अपनी तैयारियों को अंजाम देना शुरू कर दिया है। तीर्थ यात्रियों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए इंतजाम किए जा रहे हैं।
शुगर, हार्ट-बीपी या फिर जोड़ों के दर्द की वजह से आपको चारधाम यात्रा पर टेंशन है तो बिल्कुल भी मत लीजिए। जी हां, गंगोत्री, केदारनाथ समेत चार धाम पर जाने वाले तीर्थ यात्रियों की सहूलियत के लिए स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट मोड पर आ गया है।
चारधाम यात्रा रूट पर तीर्थ यात्रियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए कार्ययोजना बनाई गई है।
विदित हो कि चारधाम यात्रा के लिए बीते एक सप्ताह में यूपी, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, राजस्थान समेत देश के दूसरे राज्यों से 13 लाख से ज्यादा लोग पंजीकरण करा चुके हैं।
इसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए बड़े स्तर पर अपनी तैयारियों को अंजाम देना शुरू कर दिया है। इसके तहत यात्रियों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए इंतजाम किए जा रहे हैं। दरअसल कोरोनाकाल के बाद जब चारधाम यात्रा शुरू हुई थी।
तब यात्रा के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं को हार्ट अटैक के मामले सामने आए थे। इसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने पिछले साल यात्रा मार्ग पर 30 जगह यात्रियों की स्वास्थ्य जांच कराने की व्यवस्था की थी। इसका अच्छा रिजल्ट मिलने के बाद अब इस बार स्वास्थ्य जांच को और बढ़ाने का निर्ण
बीमार यात्रियों को आगाह करेगा स्वास्थ्य विभाग
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि चारधाम यात्रा पर आने वाले यात्रियों की स्क्रीनिंग हरिद्वार से ही शुरू हो जाएगी। इसके बाद यात्रा मार्ग पर अलग-अलग 50 अस्पतालों में उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा।
इस दौरान बीपी, शुगर समेत कई तात्कालिक जांचें की जाएंगी। इसके अलावा यात्रा मार्ग पर कुछ जगह हेल्थ एटीएम भी होंगे। प्राथमिक तौर पर बीमार यात्रियों को पास के मेडिकल रिलीफ पोस्ट (एमआरपी) पर उपचार को भेजा जाएगा।
स्वास्थ्य खराब होने पर यात्रियों को आगाह किया जाएगा और आगे नहीं जाने की सलाह दी जाएगी। हालांकि ऐसे यात्री अपनी मर्जी से चारधाम दर्शन के लिए जा सकेंगे।
अन्य राज्यों के डॉक्टरों से सहयोग की गई अपील
चारधाम में डॉक्टरों की कमी दूर करने को विभाग ने सभी राज्यों के स्वास्थ्य सचिवों को पत्र लिखे हैं। इसमें चारधाम यात्रा के दौरान ड्यूटी के इच्छुक डॉक्टरों की जानकारी मांगी गई है। डॉ.कुमार ने बताया कि इस संबंध में सभी राज्यों से सहयोग की अपील की गई है।
चारधाम यात्रा मार्ग पर तैनात रहेंगी 16 एंबुलेंस
चारधाम यात्रा को लेकर तैयारियां जोर पकड़ने लगी है। यात्रा रूटों पर स्वास्थ्य महकमे ने भी अपनी तैयारियां शुरू कर दी है। हालांकि पौड़ी जिले में चारधाम यात्रा रूट की बहुत कम दूरी ही आती है। करीब 21 किलोमीटर तक का रूट चारधाम यात्रा के लिए पौड़ी जिले का चिह्नित है।
ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर कीर्तिनगर से लेकर कलियासौंड तक का मार्ग ही जिले की सीमा में आता है। यात्रा रूट पर पड़ने वाले अस्पतालों में डॉक्टर, फार्मेसिस्ट, स्टाफ नर्स और एएनएम की तैनाती की जा रही है।
यात्रा ड्यूटी पर तैनाती से पहले डॉक्टरों को ट्रेनिंग भी दी जाती है। चारधाम यात्रा को देखते हुए मेडिकल कॉलेज से भी करीब 30 डॉक्टरों के भी जल्द मिलने की उम्मीद है। लोकसभा चुनावों की वजह से डॉक्टरों की सूची आने में देरी हुई है।
वहीं एम्स ऋषिकेश में जिले के करीब 20 से अधिक डॉक्टरों की ट्रेनिंग अभी तक पूरी हो चुकी है। दूसरे चरण के लिए फिर डॉक्टर एम्स भेजे जाएंगे। ट्रेनिंग के लिए नए और पुराने उन सभी डॉक्टरों को बुलाया जा रहा है जिन्होंने इससे पहले यात्रा की ट्रेनिंग नहीं ली है।
सीएमओ डॉ प्रवीण कुमार के मुताबिक चारधाम यात्रा में पौड़ी जिले के रूटों पर पड़ने वाले सभी अस्पतालों में व्यवस्थाएं तकरीबन पूरी कर ली गई है। यहां डॉक्टर से लेकर अन्य स्टाफ की भी तैनाती कर दी गई है। यात्रा मार्ग पर 108 सेवाओं के साथ ही 10 एंबुलेंस भी तैनात रखी जाएगी। सीएमओ ने बताया कि यात्रा को लेकर विभाग अलर्ट मोड पर है।
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