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मॉनसूनी बरसात के बाद सड़कें बंद, घरों-दुकानों में घुसा पानी, मौसम विभाग का बारिश पर रेड अलर्ट

पर्वतीय जिलों में लगातार हो रही बारिश से गंगा और सहायक नदियों का जलस्तर भी बढ़ गया है। प्रशासन-पुलिस की ओर से लोगों को तटीय इलाकों के पास नहीं जाने की सख्त हिदायत भी दी गई है। बारिश पर रेड अलर्ट है।

Himanshu Kumar Lall देहरादून, हिन्दुस्तान टीम, Thu, 4 July 2024 09:51 PM
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मॉनसून की उत्तराखंड में जोरदार एंट्री होने के बाद बारिश का दौर भी जारी है। चमोली, पिथौरागढ़, उत्तरकाशी, बागेश्वर, नैनीताल, अल्मोड़ा आदि जिलों में जमकर बारिश हो रही है। मॉनसूनी बरसात के बाद लोगों को राहत जरूर मिली है लेकिन इसी के साथ मुश्किलें भी बढ़ गईं हैं।

पर्वतीय जिलों में लगातार हो रही बारिश से गंगा और सहायक नदियों का जलस्तर भी बढ़ गया है। प्रशासन-पुलिस की ओर से लोगों को तटीय इलाकों के पास नहीं जाने की सख्त हिदायत भी दी गई है। उधर, मौसम विभाग ने बारिश पर अलर्ट भी जारी किया है। 

मॉनसूनी बरसात के बाद सड़कों पर जलभराव, घरों-दुकानों के अंदर पानी घुसा
मॉनसूनी बरसात के बाद लोगों की मुश्किलें भी कई गुणा बढ़ गईं हैं। बारिश के बाद सड़कों पर बरसाती पानी जमा हो गया। बरसाती पानी की वजह से यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इसकी वजह से ट्रैफिक जाम की समस्या भी हुई। दूसरी ओर, कई शहरों में कॉलोनियों में जलभराव की समस्या भी उत्पन्न हो गई थी। बरसाती पानी के घरों और दुकानों के अंदर घुसने के बाद लोगों को काफी परेशानी हुई। 

मसूरी में बारिश से जनजीवन प्रभावित,शहर में छाया घना कोहरा
मसूरी में देर रात हुई बारिश के बाद सुबह मौसम सुहाना हो गया। गुरुवार दोपहर बाद मौसम ने करवट बदली और शहर में झमाझम बारिश शुरू हो गई। बारिश के चलते सबसे ज्यादा परेशानी स्कूली बच्चों को उठानी पड़ी।

वहीं शहर में चारों ओर घना कोहरा छा गया जिससे दिन में ही रात जैसा नजारा नजर आने लगा। जिससे सबसे ज्यादा परेशानी वाहन चालकों को हुई।वही बारिश से मसूरी-देहरादून मार्ग पर कई जगहो पर मलबा भी आ गया। इसके साथ ही किमाड़ी रोड पर भी मलबा आने से यातायात प्रभावित रहा। 

पिथौरागढ़ में 24 घंटे में 128.1 एमएम वर्षा हुई
पिथौरागढ़ लगातार हो रही बरसात से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।आपदा कंट्रोल विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जनपद में पिछले 24 घंटे में 128.1 एमएम वर्षा हुई। जिससे कुल 16 सडक मलबा आने से बंद रही। इससे यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। वहीं बारिश से नदियों के जलस्तर में भी बढ़ोत्तरी दर्ज की गई। जिले में सर्वाधिक वर्षा धारचूला में 31.20 व सबसे कम वर्षा डीडीहाट में 3.50 एमएम हुई। जिले का अधिकतम तापमान 24 व न्यूनतम तापमान 19 डिग्री दर्ज किया गया ।

अल्मोड़ा जिले में बीते 24 घंटों में जमकर बरसे मेघ
अल्मोड़ा जिले भर में दो दिनों से झमाझम बारिश जारी है। बुधवार सुबह आठ बजे से गुरुवार सुबह आठ बजे तक सबसे अधिक बारिश 69.50 एमएम बारिश भैंसियाछाना में रिकार्ड की गई। वहीं, मलबा और बोल्डर आने से जिले की सात सड़कें बंद हो गईं।

गुरुवार को लोगों को बारिश से राहत मिली। इससे लोग जरूरी का निपटाने के लिए घरों से निकले। दिन भर आसमान में बादल छाए रहे। इस दौरान रुक रुककर बूंदाबांदी का दौर जारी रहा। बीते 24 घंटों की बात करें तो भिकियासैंण के बाद रानीखेत में 60 एमएम बारिश रिकार्ड की गई। चौखुटिया में 57, ताकुला में 40, अल्मोड़ा में 13.8, द्वाराहाट में 37, सोमेश्वर में 40, भिकियासैंण में 4.5, सल्ट में 2, शीतलाखेत में 3.5, मासी में 10.5 एमएम बारिश रिकार्ड की गई।

दो दिन की बारिश से नदियों का जलस्तर भी बढ़ गया है। बुधवार सुबह कोसी का जलस्तर 1126.65 और रामगंगा का 921.650 मीटर रिकार्ड किया गया। वहीं, मलबा और बोल्डर आने से जैंती-नाया संग्रोली, मंगलता-चलनैली, जाख सोड़ा-भेटुली, पीपना-मनहेत, चौसला-चिल, जैंती-बांझधार-मल्ला बिनोला, ध्याड़ी-भनोली सड़कें बंद हैं। प्रशासन की जेसीबी मलबा हटाने में जुटी हुई हैं।

बारिश और मलबे से नैनीताल की चार ग्रामीण सड़कें बंद
नैनीताल। मानसूनी बारिश के चलते नैनीताल जिले में 14 ग्रामीण मार्ग बंद हैं| इनमें से चार सड़कें नैनीताल लोनिवि की भी शामिल हैं| आपदा परिचालन केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार लोनिवि प्रांतीय खंड नैनीताल का भौर्सा-पिनरो ग्रामीण मार्ग व लोनिवि निर्माण खंड नैनीताल का तल्लीपाली - मल्लीपाली ग्रामीण मार्ग, चमड़िया-छयोड़ी ग्रामीण मार्ग, सिमलखां-सकदीना ग्रामीण मार्ग फ़िलहाल बंद है। विभाग की ओर से जेसीबी लगाकर सड़कें खोलने का प्रयास किया जा रहा है। सभी के आज शाम तक खुलने की सम्भावना है।

बारिश के बाद धूप खिलने से उमस बढ़ी
चम्पावत में गुरुवार को सुबह बारिश हुई। अपरान्ह में धूप खिलने से उमस बढ़ गई। इससे लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। बीते 24 घंटे में बनबसा में सर्वाधिक 32 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई। चम्पावत में गुरुवार को सुबह करीब नौ बजे बारिश हुई। करीब एक घंटे तक हल्की बारिश हुई।

इसके बाद अपरान्ह में बादल छंटने से तेज धूप खिल उठी। इससे तापमान में इजाफा हो गया। यहां शाम तक धूप खिली रही। जिला आपदा नियंत्रण कक्ष से मिली जानकारी के मुताबिक बीते 24 घंटे में बनबसा में सर्वाधिक 32 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई। जबकि चम्पावत में 30, पाटी में दस और लोहाघाट में 10.50 एमएम बारिश हुई।

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