मिड डे मीलः तीन लीटर के पतीले में बन रहा था 375 बच्चों का खाना
जिला शिक्षा अधिकारी (प्रारंभिक) ने शनिवार को ज्वालापुर म्युनिसिपल इंटर कॉलेज का औचक निरीक्षण किया। यहां मिड डे मील को लेकर कई अनिमितताएं पाई गईं। खाने की खराब गुणवत्ता के साथ ही 375 छात्र-छात्राओं का...
जिला शिक्षा अधिकारी (प्रारंभिक) ने शनिवार को ज्वालापुर म्युनिसिपल इंटर कॉलेज का औचक निरीक्षण किया। यहां मिड डे मील को लेकर कई अनिमितताएं पाई गईं। खाने की खराब गुणवत्ता के साथ ही 375 छात्र-छात्राओं का भोजन एक छोटे पतीले में बनाने की बात सामने आई। जो इन छात्र-छात्राओं के सापेक्ष बहुत छोटा था। स्कूल में 569 बच्चे अध्ययनरत हैं। यह पतीला लगभग तीन लीटर का था। जिला शिक्षा अधिकारी ने प्रधानाचार्य से स्पष्टीकरण मांगा है। साथ ही सब्जी से भरा पतीला और कॉलेज का लेखाजोखा रजिस्टर जब्त कर अपने साथ ले गए।
यह कार्रवाई सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य चंद्रपाल सिंह की शिकायत पर की गई। शनिवार सुबह जिला शिक्षा अधिकारी ब्रह्मपाल सिंह सैनी (प्रारंभिक) म्युनिसिपल इंटर कॉलेज ज्वालापुर पहुंचे। यहां उन्हें मिड डे मील के दौरान छात्र-छात्राओं की लंबी कतार लगी मिली। शिक्षा अधिकारी भोजन वितरण के स्थान पर पहुंचे तो वहां पर रखा सब्जी का छोटा पतीला देखकर आश्चर्य चकित रह गए। शिक्षा अधिकारी ने देखा कि तीन लीटर वाला पतीला सामने रखा है और लाइन में सैकड़ों छात्र-छात्राएं खड़े खाने का इंतजार कर रहे थे। खाना बनाने के बारे में जब भोजन प्रभारी से जानकारी जुटाई गई तो वह कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सके।
उन्होंने मुख्य नगर आयुक्त (विद्यालय प्रबंधक) एवं मुख्य शिक्षा अधिकारी को कार्रवाई के लिए पत्र लिखा है। जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि विद्यालय में कुल 569 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। 375 छात्र-छात्राएं शनिवार को विद्यालय पहुंचे थे।
मौके पर मिली अनियमितताएं : शिक्षा अधिकारी ने मौके पर भोजन की गुणवत्ता, अतिरिक्त पोषण प्रदान न किये जाने आदि अनियमितताएं पाई हैं। खाना बनाने के लिए विद्यालय में मध्यान भोजन कमेटी होनी जरूरी है। पूछताछ में कोई कमेटी गठित नहीं पाई गई।
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