Hindi Newsउत्तराखंड न्यूज़Indian currency Big notes exchanged into Nepali currency coming from nepal

नेपाल से आकर इंडियन करेंसी के बड़े नोटों का नेपाली मुद्रा में एक्सचेंज, क्या है वजह?

नोटों की अदला बदली का यह सिलसिला इस समय चर्चाओं में है। नेपाल के कंचनपुर का जिला व्यापार की दृष्टि से भारत पर काफी हद तक निर्भर है। जबकि भारत का बनबसा बाजार नेपाल के ग्राहकों पर 90 फीसदी निर्भर है।

Himanshu Kumar Lall चम्पावत। संतोष जोशी, Tue, 21 May 2024 02:29 PM
share Share

नेपाल में भारतीय मुद्रा के बड़े नोटों पर प्रतिबंध लगने के बाद नेपाली नागरिक मुसीबत में पड़ गए हैं। नेपाली अब इंडियन करेंसी के बड़े नोटों को भारतीय बाजार में अपनी मुद्रा में बदली कर रहे हैं। भारतीय बाजार के व्यापारी रिजर्व बैंक के नियमों के तहत मुद्रा को एक्सचेंज कर रहे हैं।

नोटों की अदला बदली का यह सिलसिला इस समय चर्चाओं में है। नेपाल के कंचनपुर का जिला व्यापार की दृष्टि से भारत पर काफी हद तक निर्भर है। जबकि भारत का बनबसा बाजार नेपाल के ग्राहकों पर 90 फीसदी निर्भर है।

लेकिन सालभर पहले नेपाल में भारतीय 500 और 2 हजार के नोटों पर प्रतिबंध करने के फैसले ने उनके ही नागरिक की चिंताएं बढ़ा दी हैं। रोजगार के लिए भारत आने वाले नागरिकों को इंडियन करेंसी के बड़े नोटों में ही दिहाड़ी या मजदूरी दी जाती है।

लेकिन इन बड़े नोटों को अपनी मुद्रा में एक्सचेंज करने के लिए नेपाल के नागरिक भारतीय बाजार पहुंच रहे हैं। व्यापार संघ के पूर्व अध्यक्ष परमजीत सिंह गांधी बताते हैं कि नेपाल में इंडियन करेंसी के बड़े नोट कोई व्यापारी नहीं ले रहे। इस कारण इसे बदलने के लिए वहां के 50 से अधिक नागरिक रोजाना बनबसा बाजार तक आते हैं। भारत के 100 रुपये नेपाल के 160 रुपये के बराबर हैं।

नेपाल सरकार ने कुछ समय पहले भारत के बड़े नोटों को यहां बैन कर दिया है। लोग मुद्रा विनिमय करवा ले रहे हैं। 
माधव जोशी, पूर्व उपाध्यक्ष, उद्योग वाणिज्य संघ, नेपाल।

बाजार में इंडियन करेंसी की कोई शॉर्टेज नहीं है। लोगों के लिए बैंकों में हर संभव सुविधाएं हैं। नेपाल के करेंसी विनिमय का मामला उनका निजी है। 
एएस ग्वाल, एलबीएम, चम्पावत।
 

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें