पहाड़ों पर बारिश से गंगा में उफान, कांगड़ी में तटबंध टूटा; कब कितना रहा गंगा का जलस्तर
पहाड़ों में बारिश के कारण बुधवार और गुरुवार की मध्य रात्रि को हरिद्वार में गंगा का जलस्तर चेतावनी निशान पर पहुंच गया। गंगा के उफान से कांगड़ी गांव में गंगा का तटबंध टूट गया है।
पहाड़ों में बारिश के कारण बुधवार और गुरुवार की मध्य रात्रि को हरिद्वार में गंगा का जलस्तर चेतावनी निशान पर पहुंच गया। गंगा के उफान से कांगड़ी गांव में गंगा का तटबंध टूट गया है। मध्य रात्रि 12 बजे से गुरुवार सुबह 11 बजे तक गंगा चेतावनी निशान से ऊपर बही। 11 घंटों के दौरान भीमगोड़ा बैराज पर सुबह पांच बजे गंगा का जलस्तर सबसे ज्यादा 293.60 मीटर दर्ज किया गया। हालांकि दोपहर 12 बजे गंगा का जलस्तर घट कर 292.95 मीटर रहा।
प्रशासन ने गंगा के जलस्तर पर सतर्क निगाह रखी है। भीमगोड़ा बैराज पर सुबह पांच बजे गंगा खतरे के निशान से मात्र 40 सेंटीमीटर नीचे बही। रात 12 बजे से गंगा के जलस्तर में इजाफा होना शुरू हो गया था। गंगा का जल स्तर चेतावनी निशान से ऊपर पहुंचने से गंगा के तटीय क्षेत्रों पर आपदा का खतरा मंडराने लगा था। हालांकि दोपहर 12 बजे के बाद गंगा का जल स्तर घटना शुरू हो गया। बावजूद इसके गंगा के जल स्तर पर निगाह रखी जा रही है।
रात के समय गंगा का जलस्तर चेतावनी निशान पर पहुंचने की सूचना मिलने के बाद जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने सभी बाढ़ चौकियों के साथ ही प्रशासनिक अधिकारियों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए है। डीएम ने गंगा के किनारे रहने वालों लोगों से सुरक्षित स्थान पर पहुंचने का आग्रह किया। यूपी सिंचाई विभाग के जेई हरीश कुमार ने बताया कि मध्य रात्रि 12 बजे गंगा का जलस्तर चेतावनी निशान 293 मीटर से उपर बह रही थी। खतरे का निशान 294 मीटर पर है। गुरुवार सुबह 11 बजे तक गंगा चेतावनी निशान से ऊपर बहती रही। पांच बजे गंगा का जलस्तर सबसे ज्यादा 293.60 मीटर दर्ज हुआ।
लगातार भूमि कटाव से कांगड़ी गांव पर मंडराया बाढ़ का खतरा
लालढांग, संवाददाता। कांगड़ी गांव में गंगा का तटबंध टूटने से गंगा का बहाव कांगड़ी गांव की ओर तेजी से भूमि कटाव कर रहा है। प्रशासन ने ग्रामीणों को गंगा से दूर रहने की हिदायत दी है। पिछले तीन दिनों में दस मीटर से ज्यादा वन भूमि का भू कटाव हो चुका है। जिससे कांगड़ी गांव में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है।
ग्राम प्रधान प्रतिनिधि दीपक सिंह ने बताया कि गंगा के तेज बहाव से भू कटाव में पेचिंग तटबंध बीच धारा में बह गए है। साथ ही वन विभाग की भूमि पर भारी मात्रा में कटाव हुआ है। गंगा की धारा गांव की ओर बढ़ रही है। यदि गंगा का जलस्तर गांव की ओर बढ़ा तो कांगड़ी गांव के लिए मुश्किलें बढ़ सकती है।
दो लाख क्यूसेक से ऊपर रहा जल का डिस्चार्ज
भीमगोड़ा बैराज पर गंगा के जलस्तर में इजाफा होने के बाद निचले इलाकों में पानी का डिस्चार्ज बढ़ा दिया गया। गुरुवार को बैराज से 217470 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया। सामान्य दिनों में बैराज से एक लाख 10 हजार से एक लाख 25 हजार क्यूसेक तक पानी डिस्चार्ज किया जाता है। बैराज से पानी का डिस्चार्ज बढ़ने के बाद निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ा है।
कब कितना रहा गंगा का जल स्तर
● बुधवार रात 12 बजे 293 मीटर
● सुबह पांच बजे 293.60 मीटर
● सुबह छह बजे 293.50 मीटर
● सुबह आठ बजे 293.15 मीटर
● सुबह नौ बजे 293.15 मीटर
● सुबह 10 बजे 293.10 मीटर
● सुबह 11 बजे 293.05 मीटर
● दोपहर 12 बजे 292.95 मीटर
● दोपहर एक बजे 292.90 मीटर
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