अपने स्कूल की कापी खुद जांचेंगे शिक्षक
सरकारी स्कूलों की मासिक परीक्षाओं में उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन होम स्कूल में ही होगा। शिक्षा विभाग ने दूसरे स्कूलों से मूल्यांकन की व्यवस्था खत्म कर दी है। शिक्षक भी इसकी मांग कर रहे थे।...
सरकारी स्कूलों की मासिक परीक्षाओं में उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन होम स्कूल में ही होगा। शिक्षा विभाग ने दूसरे स्कूलों से मूल्यांकन की व्यवस्था खत्म कर दी है। शिक्षक भी इसकी मांग कर रहे थे। परीक्षा का मूल्यांकन करने के बाद उसका रिजल्ट उसी स्कूल में सुरक्षित रखा जाएगा। अपर निदेशक-बेसिक वीएस रावत ने इस बाबत आदेश कर दिए। इसके साथ ही 29 अप्रैल से शुरू होने जा रही मासिक परीक्षा का टाइम टेबल भी जारी कर दिया गया है। माध्यमिक कक्षाओं की परीक्षा का टाइम टेबल भी बनाया जा रहा है। रावत के अनुसार, एससीईआरटी ने प्रश्नपत्र तैयार कर निदेशालय को सौंप दिए हैं। प्रश्नपत्रों को साफ्ट कॉपी में स्कूलों को उपलब्ध कराया जाएगा।
सीएम डेशबोर्ड में जाएगा रिजल्ट
बेसिक और जूनियर कक्षाओं के मासिक रिजल्ट की समीक्षा मुख्यमंत्री भी करेंगे। यह रिजल्ट सीएम डेश बोर्ड में शामिल किया जाना है। सभी डीईओ- बेसिक को पांच मई तक शिक्षा निदेशालय को पूरा रिजल्ट उपलब्ध कराना होगा।
मासिक परीक्षा से शिक्षक खुश नही
मासिक परीक्षा की व्यवस्था पर शिक्षा विभाग एकमत नहीं है। गतवर्ष से शुरू हुई इस व्यवस्था को अधिकारी और शिक्षकों का एक बड़ा वर्ग समय की बर्बादी मानता है। दरअसल, अब तक स्कूलों में शिक्षक मासिक टेस्ट के जरिये छात्रों के शैक्षिक स्तर का मूल्यांकन करते आ रहे थे। अब इसे राज्यस्तरीय आयोजन कर दिया गया है। परीक्षा की तैयारी, परीक्षा और फिर मूल्यांकन में शिक्षकों का करीब एक हफ्ता लगता है। उनका तक है कि इस अवधि में वे नियमित पढ़ाई पर फोकस नहीं कर पाते।
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