10वीं तक सिर्फ 05 किलो तक होगा स्कूली बस्ता
पहली से दसवीं कक्षा के छात्रों के बस्ते का बोझ कम होने जा रहा है। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय के निर्देश पर राज्य ने भी कक्षा वार बस्ते के भार का फार्मूला तय कर लिया है। राज्य में लक्षद्वीप...
पहली से दसवीं कक्षा के छात्रों के बस्ते का बोझ कम होने जा रहा है। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय के निर्देश पर राज्य ने भी कक्षा वार बस्ते के भार का फार्मूला तय कर लिया है। राज्य में लक्षद्वीप का मॉडल अपनाया जाएगा। शिक्षा विभाग ने इसका प्रस्ताव सरकार को भेज दिया है। सूत्रों के अनुसार शासन स्तर पर चर्चा के बाद इस फार्मूले को सैद्धांतिक सहमति मिल गई है। अब जीओ जारी होने की औपचारिकता बाकी है। संपर्क करने पर शिक्षा सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम ने बताया कि जल्द ही इसके दिशा निर्देश जारी कर दिए जाएंगे।
यह भी है व्यवस्था : मंत्रालय ने पाठ्यक्रम और होमवर्क के लिए मानक तय किए हैं। पहली और दूसरी कक्षा के छात्रों को होमवर्क नहीं दिया जा सकता7 पहली-दूसरी कक्षा में भाषा और गणित के अलावा दूसरी किताब नहीं लगा सकते। कक्षा तीन और पांच के छात्रों को एनसीईआरअी से तय ईवीएस और गणित की किताबें ही पढ़ाई जाएंगी।
राहत
- राज्य सरकार लागू करने जा रही है छात्रों के बस्ते का अधिकतम भार
- लक्षद्वीप का फार्मूला अपनाने जा रही उत्तराखंड सरकार
- शिक्षा निदेशालय ने सरकार को भेजा प्रस्ताव, जल्द होगा जीओ
बस्ते का भार
कक्षा 1-2 1.5 किलो
कक्षा 3-5 2-3 किलो
कक्षा 5-7 04 किलो
कक्षा 8-9 4.5 किलो
कक्षा 10 05 किलो
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