उत्तराखंड में ई-टीचर पढ़ाएंगे फिजिक्स-मैथ्स
शिक्षकों की कमी से जूझ रहे सरकारी स्कूलों में विज्ञान और अंग्रेजी की पढ़ाई डिजीटल शिक्षक कराएंगे। केंद्र सरकार के खास प्रोजेक्ट के तहत नौवीं से 12 वीं कक्षा तक के छात्रों के लिए पांच महत्वूपर्ण विषयों...
शिक्षकों की कमी से जूझ रहे सरकारी स्कूलों में विज्ञान और अंग्रेजी की पढ़ाई डिजीटल शिक्षक कराएंगे। केंद्र सरकार के खास प्रोजेक्ट के तहत नौवीं से 12 वीं कक्षा तक के छात्रों के लिए पांच महत्वूपर्ण विषयों का ई-कंटेंट तैयार किया जा रहा है। 16 से 21 जीबी की यह सामग्री स्कूलों को पेन ड्राइव में मिलेगी। जिन विषयों के शिक्षक स्कूल में नहीं होंगे, उन विषयों के लेक्चर कंप्यूटर-लैपटॉप के जरिए छात्रों को दिखाए जाएंगे। प्रभारी अपर राज्य परियोजना निदेशक-समग्र शिक्षा अभियान एसबी जोशी ने बताया कि यह प्रयोग केंद्र सरकार के नई किरन प्रोजेक्ट तहत किया जा रहा है। इसमें पहले कक्षा 11 और 12 और उसके बाद नौवीं व दसवीं का ई-कंटेंट तैयार किया गया है। पेन ड्राइव खरीदने के लिए जिलों को 9.77 लाख रुपये मंजूर कर दिए गए हैं। इससे दो हजार से ज्यादा पेन ड्राइव खरीदी जाएंगी। पांचों विषय की सामग्री भी करीब करीब तैयार कर ली गई है। इसमें विभिन्न मॉडल, विषय के विशेषज्ञ शिक्षकों के ऑडियो, वीडियों लेक्चर रिकार्ड होंगे।
विज्ञान के विषयों पर ही फोकस
नई किरन प्रोजेक्ट में केंद्र सरकार ने केवल विज्ञान विषय पर ही फोकस है। ई कंटेंट केवल फिजिक्स, जूलॉजी, कैमिस्ट्री, मैथ्स और अंग्रेजी का ही बनेगी। इन विषयों में शिक्षकों कमी के हिसाब से पेन ड्राइव की संख्या और उनकी क्षमता भी तय कर दी गई है।
ई कंटेंट तो बनाया पर दिखाएंगे कैसे
शिक्षा विभाग पेन ड्राइव के जरिए ई कंटेंट तो जरूर तैयार कर रहा है, लेकिन उसे छात्रों को दिखाने के लिए ठोस व्यवस्था नहीं है। छोटे कंप्यूटर, लैपटॉप पर कैसे विज्ञान विषय के लेक्चर कितना प्रभाव छोड़ पाएंगे, इस पर भी असमंजस है। हालांकि अधिकारियों का कहना है कि अधिकांश स्कूलों में कंप्यूटर की उपलब्धता है। साथ ही निकट भविष्य में स्मार्ट क्लास भी बनने जा रही है। उनमें प्रोजेक्टर या बड़ी स्क्रीन की सुविधा मिल जाएगी।
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