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भक्तों का सैलाब संभालना मुश्किल, चारधाम में इस बार रिकॉर्ड भीड़; इंतजाम बढ़ाने में जुटी सरकार

उत्तराखंड चारधाम यात्रा में भक्ताओं की भारी भीड़ देखने को मिली रही है। दर्शन के बाद किसी भी पार्किंग समस्या और ट्रैफिक जाम से बचने के लिए वाहनों के काफिले को जनकीचट्टी के लिए जाने दिया जा रहा है। 

Himanshu Kumar Lall देहरादून, लाइव हिन्दुस्तान, Wed, 15 May 2024 02:41 PM
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Uttarakhand Chardham Yatra 2024: उत्तराखंड चारधाम यात्रा 2024 में तीर्थ यात्रियों का हुजूम उमड़ पड़ रहा है। 10 मई से शुरू चारधाम यात्रा के पहले पांच दिनों में यमुनोत्री, गंगोत्री, बद्रीनाथ और केदारनाथ  धामों में तीर्थ यात्रियों की रिकॉर्ड संख्या पहुंचने से हिमालयी क्षेत्र में उपलब्ध संसाधनों पर दबाव पड़ा है।

हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, देश के कई राज्यों से तीर्थ यात्रियों की भारी भीड़ को देखते मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिव मीनाक्षी सुदरम को उत्तरकाशी में कैंप कर स्थिति की निगतानी और उचित व्यवस्था करने के निदेर्श दिए है। कहा कि यात्रा मैनेजमेंट को लेकर प्रबंध उचित ढंग से होने चाहिए।

इसने राज्य सरकार को स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कदम उठाने के लिए प्रेरित किया है, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धानी ने अपने सचिव मीनाक्षी सुंदरम को उत्तरकाशी में तैनात रहने और जिला मजिस्ट्रेट के साथ यात्रा व्यवस्थाओं की निगरानी करने और उचित यात्रा सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिया है। 

चारधाम यात्रा के शरुआती पांच दिनों में यमुनोत्री धाम में रिकॉर्ड संख्या में 59,158 श्रद्धालु पहुंचे, जबकि गंगोत्री धाम में 48,378 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। विदित हो कि दोनों धामों के कपाट 10 मई को खुले थे और तब से अबतक 10,7536 दर्शन कर चुके हैं।  

विदित हो कि पिछले साल 2023 में पहले पांच दिनों में 31647 तीर्थयात्री यमुनोत्री धाम पहुंचे थे, जबकि गंगोत्री धाम में 32143 भक्त पहुंचे थे, पहले पांच दिनों में कुल 63790 भक्तों ने इन दोनों धामों के दर्शन किए थे।

एसडीएम बड़कोट उत्तरकाशी मुकेश रमोला ने कहते हैं कि यमुनोत्री धाम में रिकॉर्ड संख्या में 15630 तीर्थयात्री पहुंचे और हम गेट और बैरियर के अनुसार जान की चट्टी में पार्किंग स्थान की उपलब्धता के अनुसार  गाड़ियों की आवाजाही की निगरानी कर रहे थे।

दर्शन के बाद किसी भी पार्किंग समस्या और ट्रैफिक जाम से बचने के लिए वाहनों के काफिले को जनकीचट्टी के लिए जाने दिया जा रहा है। बताया कि जिन तीर्थ यात्रियों को रोका जा रहे है, उन्हें प्रशासन की ओर से खाना और पानी भी दिया जा रहा है। 

उत्तरकाशी जिले के जिलाधिकारी मेहरबान सिंह बिष्ट ने यात्रा  रूट पर तैनात अधिकारियों को अपने सेक्टरों में रहने और गाड़ियों की सुचारू, व्यवस्थित आवाजाही सुनिश्चित करने को निर्देशित किया है। डीएम बिष्ट सभी अधिकारियों को अपने मोबाइल फोन ऑन रखने और तीर्थयात्रियों की मदद के लिए हर कॉल का तुरंत जवाब देने के सख्त हिदायत दी है।

डीएम बिष्ट नक कहा कि सुरक्षित और व्यवस्थित गाड़ियों की आवाजाही के लिए ही यमुनोत्री और गंगोत्री हाईवे पर पर गेट  सिस्टम लागू किया गया है, जिसकी वजह से यात्रा में थोड़ी देरी जरूर हो रही है। बताया कि तीर्थ यात्रियों की भारी भीड़ को देखते हुए जरूरी कदम भी उठाए गए हैं। 

डीएम सिंह ने बीआरओ और नेशनल हाईवे समेत पुलिस और परिवहन विभाग को सड़क पर क्षतिग्रस्त गाड़ियों या मार्ग बंद होने पर क्रेन और टोइंग मशीनरी की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा है। निर्देशित किया है कि भोजन सहित अन्य आवश्यक वस्तुओं का पर्याप्त स्टॉक भी रखा जाए। धामों और यात्रा रूट में पड़ने वाले प्रमुख पड़ावों में अनाज, रसोई गैस, डीजल-पेट्रोल ईंधन आदि की उपलब्धता भी हो। 

यूपी, गाजियाबाद के एक तीर्थयात्री हिसाब सिंह ने कहा मंगलवार शाम को उन्हें भारी भीड़ का बताकर उत्तरकाशी में रोक दिया था। कहा कि उसके बाद गंगोत्री में नाइट स्टे किया और बुधवार को उत्तरकाशी वापिस पहुंचे। गुजरात की एक श्रद्धालु आनंदी बेन कहतीं हैं कि गेट ​​सिस्टम की वजह से हमें कई जगहों पर रोका गया और 15 से 30 मिनट के अंतराल के बाद गाड़ियों को छोड़ा जा रहा था।

मंगलवार सुबह जल्दी चलने के बाद भी हम दोपहर तक गंगोत्री पहुंच सके थे।  उखीमठ के पास ट्रैफिक जाम में फंसे यूपी, आगरा के एक तीर्थयात्री रमेश जयसवाल बताते हैं कि हम मंगलवार सुबह केदारनाथ से चले थे, लेकिन ट्रैफिक की वजह से हमें देवप्रयाग में रुकना पड़ा और जब हम बुधवार सुबह उखीमठ पहुंचे तो बहुत ज्यादा भीड़ में फंस गए थे।

कहा कि केदारनाथ रूट पर दो किलोमीटर लंबा ट्रैफिक जाम लगा हुआ था। विदित हो कि उत्तराखंड पुलिस ने चारधाम रूट पर पर ट्रैफिक मैनेजमेंट के लिए आठ से अधिक ड्रोन और लगभग 850 सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं। 

आपको बता दें कि गढ़वाल क्षेत्र के सात जिलों में लगभग 130 पार्किंग स्थल बनाए गए हैं। पुलिस विभाग के आंकड़ों की बात मानें तो इन पार्किंग स्थलों में 55,000 से अधिक  गाड़ियों को खड़ा किया जा सकता है, जिनमें लगभग 17,000 कारें और 38,000 मोटरसाइकिलें शामिल हैं।  

इस बीच, सामाजिक एक्सपर्टों ने भारी भीड़ पर चिंता व्यक्त की है। उनका कहना है कि तीर्थ यात्रियों की भीड़ को अगर नियंत्रित नहीं किया गया तो यह न केवल बुनियादी ढांचे के लिए बल्कि नाजुक हिमालयी पर्यावरण के लिए भी मुश्किलें पैदा कर सकता है।

देहरादून के एक सामाजिक कार्यकर्ता अनूप नौटियाल मानते हैं कि पहले पांच दिनों में तीर्थ यात्रियों की भारी भीड़ देखी गई है, सीमित बुनियादी ढांचें में अधिक वाहन क्षमता की वजह से जमीनी बलों पर उच्च दबाव और गंभीर पर्यावरणीय परिणाम भी हो सकते हैं।

चिंता जताई कि तीर्थ यात्रा के बजाय अब यह अवकाश पर्यटन में बदल चुका है। कहना था ऑल वेदर रोड के निर्माण की वजह से स्थिति और भी गंभीर हो गई है क्योंकि तीर्थस्थलों तक वाहनों की संख्या बढ़ गई है। यही नहीं, हेलीकॉप्टर पर्यटन की वजह से तीर्थस्थलों के दरवाजे तक अधिक प्रदूषण हो रहा है।

नौटियाल का मानना है कि तीर्थ यात्रा का पारंपरिक मतलब जो बुजुर्ग लोगों के लिए शांतिपूर्ण वातावरण में दर्शन करना होता था, लेकिन अब भारी भीड़ के कारण तेजी से अपना वास्तविक अर्थ खो रहा है। बरसाती मौसम में तीर्थ यात्रियों की भीड़ कम हो जाएगी लेकिन समस्या बनी रहेगी।  

पांच दिन में 2.7 लाख से ज्यादा भक्त कर चुके दर्शन
चारधाम में दर्शन करने वाले तीर्थ यात्रियों की संख्या में लगातार इजाफ हो रहा है। 10 मई से मंगलवार शाम तक अब तक 2.7 लाख से अधिक तीर्थयात्री चारधाम के दर्शन कर चुके हैं। केदारनाथ धाम में सबसे ज्यादा 126306 फिर गंगोत्री धाम में 48378 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए थे।

बद्रीनाथ धाम में 39304 और यमुनोत्री धाम में 59158 तीर्थयात्रियों ने दर्शन किए हैं। उत्तराखंड सरकार के आंकड़ों के मुताबिक, अब तक 23,824 से अधिक वाहन चारधाम यात्रा के लिए आ चुके हैं।

तीर्थ यात्रियों से अधिक रुपये या किराया वसूलने पर ऐक्शन
उत्तरकाशी डीएम मेहरबान सिंह बिष्ट ने चेताया है कि तीर्थ यात्रियों से यात्रा के दौरान अधिक किराया या किसी भी सामान के निर्धारित मूल्य से अधिक रुपये वसूलने पर सख्त ऐशन अमल में लाया जाएगा। डीएम ने सभी संबंधित अधिकारियों और विभागों को वस्तुओं और सेवाओं की कीमतों पर लगातार निगरानी रखकर समय पर कार्रवाई करने को भी कहा है.

तीर्थ यात्रियों की टैक्सियां, टेंपो ट्रैवलर के लिए गेट सिस्टम
यमुनोत्री और गंगोत्री मार्ग पर 2000 से अधिक गाड़ियों के आने से ट्रैफिक कंट्रोल करना भी मुश्किल हो गया थे।  ट्रैफिक को नियंत्रित करने के लिए पुलिस-प्रशासन कई स्थानों पर गेट और बैरियर सिस्टम का इस्तेमाल कर रहा है। चारधाम यात्रा रूट पर गाड़ियों को रोककर एक के बाद एक 150-200 के काफिले में भेजा रहा रहा है। जाने दे रहा है। गंगोत्री और यमुनोत्री रूट एक या दो घंटे की वेटिंग है। 

बदरीनाथ में उमडा भक्ति और श्रद्धा का सैलाब 
करोड़ों हिंदुओं की आस्था के धाम बदरीनाथ में बडी संख्या में श्रद्धालु पहुँच कर भगवान के दर्शन कर रहे हैं। गुरुवार को बदरीनाथ में यात्रियों का सैलाब उमड़ा । गुरुवार को सुबह से ही दर्शन पथ पर यात्रियों की भीड़ जुटने लगी । 2 से 3 किमी लंबी लाइन भगवान के दर्शन के लिए जुटी। सभी ने अपनी बारी से भगवान के दर्शन किये । पहले पांच दिनों में मंगलवार शाम तक 50,267 तीर्थयात्री बदरीनाथ धाम के दर्शन कर चुके हैं।

केदारनाथ धाम में भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़
भगवान शिव को समर्पित केदारनाथ धाम में भी भक्तों की भारी भीड़ है। हेली सेवा के साथ ही ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन भी फुल हो चुके हैं। बुधवार को भारी संख्या में शिव भक्तों ने धाम के दर्शन किए। तीर्थ यात्रियों की भीड़ को देखते हुए पुलिस-प्रशासन अलर्ट मोड पर है। केदारनाथ पैदल रूट पर अतिरिक्त पुलिस फोर्स के साथ ही एसडीआरएफ के जवान तैनात किए गए हैं। मंगलवार शाम तक 126306 से अधिक तीर्थयात्री पहुंचे थे। 

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