उत्तराखंड बोर्ड में भी कंपार्टमेंट की सुविधा
उत्तराखंड बोर्ड के छात्रों को शैक्षिक सत्र 2019-20 से कंपार्टमेंट की सुविधा मिल सकती है। फिलहाल फेल होने पर सिर्फ दोबारा कॉपी जांच की सुविधा है और अधिकतम दो विषय में आठ नंबर का ग्रेस मिलता है। ऐसे...
उत्तराखंड बोर्ड के छात्रों को शैक्षिक सत्र 2019-20 से कंपार्टमेंट की सुविधा मिल सकती है। फिलहाल फेल होने पर सिर्फ दोबारा कॉपी जांच की सुविधा है और अधिकतम दो विषय में आठ नंबर का ग्रेस मिलता है। ऐसे में कंपार्टमेंट की व्यवस्था पर शिक्षा विभाग ने मंथन शुरू कर दिया है। विद्यालयी शिक्षा परिषद के सभापति आरके कुंवर के अनुसार कंपार्टमेंट पर गहराई से मंथन किया जा रहा है। परिषद की बैठक में इस प्रस्ताव को भी रखा जाएगा। राज्य में सीबीएसई पाठ्यक्रम लागू करने के बाद अब सरकार परीक्षा सिस्टम को भी सीबीएसई की तर्ज पर लाना चाहती है। कुछ समय पहले शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने अधिकारियों को कंपार्टमेंट लागू करने के निर्देश दिए थे। उनका कहना है कि कृपांक की बजाए छात्रों को दोबारा से परीक्षा में शामिल होने का मौका देना ज्यादा बेहतर होगा। इससे छात्र मेहनत कर पहले के मुकाबले ज्यादा नंबर भी हासिल कर सकेंगे। अधिकारियों को इस व्यवस्था को लागू करने के निर्देश दिए जा चुके हैं।
30 फीसदी तक
छात्र होते हैं फेल उत्तराखंड बोर्ड में हर साल 30 से 35 प्रतिशत छात्र फेल हो जाते हैं। जबकि सीबीएसई और आईसीएसई जैसे बोर्ड में यह प्रतिशत काफी कम है। मगर, कंपार्टमेंट लागू होने के बाद उत्तराखंड बोर्ड में छात्रों के पास होने का प्रतिशत बढ़ेगा।
कंपार्टमेंट की सुविधा पर कुछ उलझन भी
कंपार्टमेंट की व्यवस्था लागू करने पर शिक्षाधिकारियों के एक वर्ग में कुछ उलझन भी है। वर्तमान में दो विषय में फेल हुए छात्र को अधिकतम आठ नंबर दिए जाते हैं। इससे छात्र फेल होने से बच जाते हैं। मगर कंपार्टमेंट की सुविधा केवल एक ही विषय में मिलेगी। इससे छात्रों के पास होने के अवसर कुछ कम सकते हैं।
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