चारधाम यात्रा: पहले दिन रिकॉर्ड 2 लाख रजिस्ट्रेशन, केदारनाथ धाम में सबसे ज्यादा होंगे दर्शन
श्रद्धालुओं ने पंजीकरण के लिए सबसे अधिक वेब पोर्टल का विकल्प चुना है। वेब पोर्टल से 169431 श्रद्धालुओं के पंजीकरण हुए। उसके बाद श्रद्धालुओं ने पंजीकरण को व्हाट्सअप नंबर का विकल्प चुना।
Char Dham Yatra Registration 2024: चार धाम यात्रा पंजीकरण शुरू होते ही रिकॉर्ड संख्या में श्रद्धालुओं ने रजिस्ट्रेशन कराया है। तीर्थ यात्रियों की इतनी भारी संख्या में पंजीकरण के बाद से यात्रा से जुड़े व्यापारी और टैक्सी संचालकर भी खुश हैं।
बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री समेत चारों धामों के रजिस्ट्रेशन के पहले पहले दिन सोमवार को कुल 201851 श्रद्धालुओं ने पंजीकरण कराए। सबसे अधिक केदारनाथ धाम के लिए 69543 श्रद्धालुओं ने पंजीकरण कराए। चारों धामों के कपाट खुलने का समय रविवार को तय हो गया था।
यमुनोत्री धाम के कपाट खुलते ही चारों धामों के कपाट खुलने का मुहुर्त तय हो गया था। इसके बाद पर्यटन विभाग ने श्रद्धालुओं के पंजीकरण को अपनी वेबसाइट खोल दी। सोमवार को सुबह से ही श्रद्धालुओं के पंजीकरण का जबरदस्त रिस्पांस देखने को मिला।
यमुनोत्री धाम में 35356, गंगोत्री धाम में 36111, केदारनाथ धाम में 69543, बदरीनाथ धाम में 58685 श्रद्धालुओं ने पंजीकरण कराए। श्रीहेमकुंड साहिब के लिए 2156 श्रद्धालुओं के पंजीकरण हुए। विदित हो कि 14 अप्रैल को यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने का समय तय होने के बाद रजिस्ट्रेशन शुरू हुआ था।
पोर्टल से सबसे अधिक 1.60 लाख पंजीकरण
श्रद्धालुओं ने पंजीकरण के लिए सबसे अधिक वेब पोर्टल का विकल्प चुना है। वेब पोर्टल से 169431 श्रद्धालुओं के पंजीकरण हुए। उसके बाद श्रद्धालुओं ने पंजीकरण को व्हाट्सअप नंबर का विकल्प चुना। व्हाट्सअप नंबर से कुल 24921 श्रद्धालुओं के पंजीकरण हुए। मोबाइल ऐप से 7499 श्रद्धालुओं के पंजीकरण हुए।
यहां कराएं पंजीकरण
चार धाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालु पर्यटन विभाग की वेबसाइट registrationandtouristcare.uk.gov.in पर जाकर पंजीकरण कर सकते हैं। इसके साथ ही श्रद्धालु मोबाइल ऐप touristcareuttarakhand से भी पंजीकरण करा सकते हैं।
इसके अलावा पंजीकरण का एक और विकल्प व्हाट्सअप नंबर 8394833833 पर यात्रा टाइप कर पंजीकरण हो सकता है। टोल फ्री नंबर 01351364 नंबर पर भी पंजीकरण की सुविधा दी गई है।
देश-विदेश से आते हैं तीर्थ यात्री
गंगोत्री-यमुनोत्री, केदानाथ सहित चारों धामों के कपाट शीतकाल में छह महीने के लिए बंद कर दिए जाते हैं। छह महीने बाद गर्मियों में बर्फ पिघलने पर चारधाम यात्रा शुरू होती है। चारधाम यात्रा में महाराष्ट्र, राजस्थान, यूपी, मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्थान, तमिलनाडू आदि राज्यों से भारी संख्या में तीर्थ यात्री दर्शन करने को पहुंचते हैं। विदित हो कि पिछले साल चारधाम यात्रा में दर्शन करने वाले तीर्थ यात्रियों की संख्या 50 लाख के करीब थी।
चारधाम यात्रा शुरू करने के लिए तैयारियां जोरों पर
सीएम पुष्कर सिंह धामी सरकार उत्तराखंड चारधाम यात्रा के शुरू होने से पहले तैयारियां करने में जुटी हुई है। चारधाम यात्रा रूट पर सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के साथ ही पेयजल की व्यवस्था भी की जा रही है। तीर्थ यात्रियों को किसी भी स्वास्थ्य सबंधित परेशानी से बचाने के लिए अतिरिक्त डॉक्टरों की तैनाती भी की जा रही है। टैक्सियों के लिए भी नियम बनाए गए हैं।
श्री हेमकुंड साहिब में बर्फ जमा
उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित हेमकुंड साहिब में अभी 12 से 15 फुट तक बर्फ जमा है। पुलिस-प्रशासन और सेना के जवानों की ओर से 20 अप्रैल से बर्फ को काटकर तीर्थ यात्रियों के लिए रास्ता बनाया जाएगा। आपको बता दें कि आगामी 25 मई को हेमकुंड साहब के कपाट दर्शनार्थ खोले जाएंगे।
चारों धामों के कपाट खुलने की तारीख
श्री केदारनाथ धाम -- 10 मई
श्री बदरीनाथ धाम -- 12 मई
श्री गंगोत्री धाम -- 10 मई
श्री यमुनोत्री धाम -- 10 मई
श्री हेमकुंड साहिब धाम -- 25 मई
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