चारधाम यात्रा: ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन नहीं कराया तो मत हो परेशान, ऑफलाइन विकल्प का भी प्लान
जो संख्या तय की गई है, उसमें ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन वाले यात्रियों की संख्या ऑनलाइन वालों के अतिरिक्त है। स्थानीय लोगों को पंजीकरण प्रक्रिया से बाहर है। चारधाम यात्रा में ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन भी होगा।
उत्तराखंड चारधाम यात्रा 2024 शुरू होने वाली है। गंगोत्री, केदारनाथ, बदरीनाथ समेत चारों धामों की यात्रा को लेकर सरकार और प्रशासन की ओर से सभी तैयारियों की जा रहीं हैं। चारधाम पर जाने वाले तीर्थ यात्रियों के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य है।
चारधाम पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन नहीं कराने पर यात्रा की अनुमति नहीं दी जाएगी। ऐसे में श्रद्धालुओं के लिए ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन की भी सुविधा उपलब्ध है। चार धाम के लिए ऑफलाइन पंजीकरण मई के पहले हफ्ते से ऋषिकेश व हरिद्वार में शुरू हो जाएंगे।
सचिव पर्यटन सचिन कुर्वे के साथ बैठक में चार धाम तीर्थ पुरोहित महापंचायत ने तीर्थ पुरोहितों द्वारा उठाए जा रहे विषयों को ध्यान में रख तैयारियां करने की मांग की। पर्यटन विकास परिषद मुख्यालय में रविवार को बैठक में तीर्थ पुरोहितों ने पंजीकरण संबंधी अपनी शंकाएं सचिव पर्यटन के सामने रखीं।
कुर्वे ने बताया कि धामों में यात्रियों की संख्या सीमित नहीं की है, सिर्फ मानक तय किए गए हैं। जो संख्या तय की गई है, उसमें ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन वाले यात्रियों की संख्या ऑनलाइन वालों के अतिरिक्त है। स्थानीय लोगों को पंजीकरण प्रक्रिया से बाहर रखा गया है।
कुर्वे ने कहा-चारों धाम में बुनियादी सुविधाएं दुरुस्त कर दी जाएंगी। बैठक में महापंचायत ने गंगोत्री में आर्च ब्रिज, यमुनोत्री में घाट निर्माण के साथ फूल चट्टी से वैकल्पिक मार्ग निर्माण की मांग भी रखी। उन्होंने बदरीनाथ धाम में व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के सामने मलबे डालने की भी शिकायत की।
तीर्थ पुरोहित बोले-टोकल सिस्टम में मिले पर्याप्त समय
तीर्थ पुरोहितों ने कहा कि टोकन व्यवस्था में तीर्थयात्रियों को पर्याप्त समय दिया जाए ताकि श्रद्धालु, भगवान के दर्शन के साथ धामों के आसपास के तीर्थ और दर्शनीय स्थल भी देख सकें। पूर्व में बदरीनाथ में टोकन व्यवस्था सफल नहीं रही थी इसलिए सभी पहलुओं का अध्ययन कर लिया जाए।
महापंचायत ने बदरीनाथ, केदारनाथ में मास्टर प्लान के तहत हो रहे कार्यों में स्थानीय लोगों को विश्वास में नहीं लेने का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने गौरीकुंड से केदारनाथ और खरसाली से यमुनोत्री के बीच के पैदल मार्ग समेत अन्य रास्ते दुरुस्त कराने और बुनियादी सुविधाएं समय से पहले जुटाने की सलाह भी दी।
केदारनाथ में जीएमवीएन का गेस्ट हाउस ध्वस्त
केदारनाथ में इस बार श्रद्धालु केदार डोम गेस्ट हाउस में नहीं रुक पाएंगे। पुननिर्माण कार्यों के चलते यह गेस्ट हाउस ध्वस्त हो चुका है। सुमेरु टैंट को भी नुकसान हुआ है। एजीएम राकेश सकलानी ने बताया कि कहीं और टैंट लगाने के लिए जगह दिए जाने की बात हो रही है यदि स्थान मिलता है, तो इंतजाम किए जाएंगे।
चार धाम यात्रा के लिए ऐसे कराएं रजिस्ट्रेशन
बदरीनाथ, गंगोत्री, केदारनाथ समेत चार धाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालु पर्यटन विभाग की वेबसाइट registrationandtouristcare.uk.gov.in पर जाकर पंजीकरण कर सकते हैं। इसके साथ ही श्रद्धालु मोबाइल ऐप touristcareuttarakhand से भी पंजीकरण करा सकते हैं।
इसके अलावा पंजीकरण का एक और विकल्प व्हाट्सअप नंबर 8394833833 पर यात्रा टाइप कर पंजीकरण हो सकता है। टोल फ्री नंबर 01351364 नंबर पर भी पंजीकरण की सुविधा दी गई है।
चारों धामों के कपाट खुलने की तारीख
श्री केदारनाथ धाम -- 10 मई
श्री बदरीनाथ धाम -- 12 मई
श्री गंगोत्री धाम -- 10 मई
श्री यमुनोत्री धाम -- 10 मई
श्री हेमकुंड साहिब धाम -- 25 मई
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