सड़कों से लेकर पब्लिक जगहों पर अतिक्रमण पर ऐक्शन, सीएम हेल्पलाइन पर बना यह प्लान
आईटीडीए निदेशक नीतिका खंडेलवाल ने बताया कि सीएम हेल्पलाइन पोर्टल और ऐप सभी जन शिकायतों के निवारण का प्रभावी माध्यम है। इस पर पहले से ही अतिक्रमण की शिकायत दर्ज कराने की सुविधा है।
सड़कों, सार्वजनिक जगहों के साथ ही सरकारी भूमि पर अतिक्रमण की शिकायत सीएम हेल्पलाइन पर ही दर्ज होगी। हाईकोर्ट की ओर से इसके लिए मोबाइल ऐप बनाने के निर्देश दिए जाने के बाद आईटीडीए ने सीएम हेल्पलाइन पोर्टल और ऐप को ही इस काम के लिए ज्यादा सही माना है। सीएम हेल्पलाइन का नंबर 1905 है।
उत्तराखंड हाईकोर्ट ने बीते दिनों प्रदेश में अतिक्रमण की शिकायतों को निपटाने के लिए सरकार को मोबाइल एप्लीकेशन बनाने के निर्देश दिए थे। इसी क्रम में प्रमुख सचिव शहरी विकास आरके सुधांशु ने बीते दिनों आईटीडीए अधिकारियों के साथ मोबाइल एप्लीकेश बनाने पर विचार विमर्श किया।
आईटीडीए निदेशक नीतिका खंडेलवाल ने बताया कि सीएम हेल्पलाइन पोर्टल और ऐप सभी जन शिकायतों के निवारण का प्रभावी माध्यम है। इस पर पहले से ही अतिक्रमण की शिकायत दर्ज कराने की सुविधा है, इसी में सार्वजनिक अतिक्रमण की शिकायत के लिए अलग से सुविधा दी जा सकती है। इस तरह शिकायतों पर प्रभावी कार्यवाई हो सकेगी। बताया कि इस संबंध में हाईकोर्ट को भी जानकारी दी जाएगी।
अभी निजी शिकायतें आ रही हैं हेल्पलाइन पर
खंडेलवाल ने बताया कि सीएम हेल्पलाइन पर वर्तमान में अतिक्रमण से संबंधित शिकायतें निजी किस्म की हैं जो ज्यादातर राजस्व विभाग से संबंधित हैं। इसलिए अब इसमें सार्वजनिक अतिक्रमण की शिकायत दर्ज कराने के लिए अलग से विकल्प दिया जाएगा।
जिसमें लोग गूगल लोकेशन के साथ रियल टाइम फोटो भी उपलब्ध करा सकेंगे। सीएम हेल्पलाइन ऐप को ज्यादा यूजर फ्रेंडली बनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि विभाग जल्द ही इसके लिए पोर्टल और मोबाइल एप्लीकेशन को अपग्रेड कर देगा।
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