उत्तराखंड में जंगलों की आग रोकने का नया तरीका, मंदिरों-बारात घरों का भी लेंगे सहारा
- हल्द्वानी वन प्रभाग में कालीचौड़, सूर्यादेवी, ब्यानधुरा प्रमुख मंदिर हैं। वन विभाग अन्य सार्वजनिक स्थानों के साथ ही इन मंदिरों में भी श्रद्धालुओं को वनाग्नि को लेकर जागरूक करने का अभियान चला रहा है।
बीते साल देश में सबसे ज्यादा वनाग्नि की घटनाओं को लेकर आलोचनाएं झेलने वाले उत्तराखंड वन विभाग के कर्मचारियों ने इस विपदा से निपटने के लिए मंदिरों-बारातघरों जैसे सार्वजनिक स्थानों का रुख किया है। कर्मचारी यहां लोगों से वनाग्नि रोकने के लिए सहयोग मंगाने के साथ ही उनके मोबाइल में वनाग्नि ऐप भी डाउनलोड करा रहे हैं।
हल्द्वानी वन प्रभाग में कालीचौड़, सूर्यादेवी, ब्यानधुरा प्रमुख मंदिर हैं। वन विभाग अन्य सार्वजनिक स्थानों के साथ ही इन मंदिरों में भी श्रद्धालुओं को वनाग्नि को लेकर जागरूक करने का अभियान चला रहा है। वनाग्नि ऐप को डाउनलोड कराने के साथ उनका फॉरेस्ट सर्वे ऑफ इंडिया के वनाग्नि पोर्टल पर पंजीकरण कराया जा रहा है। ऐप के जरिये वनाग्नि की सूचना तुरंत दी जा सकती है।
विभाग मंदिरों के पुजारियों के माध्यम से श्रद्धालुओं तक अपील पहुंचा रहा है। उनसे वनाग्नि को रोकने में सहयोग मांगा जा रहा है। हल्द्वानी वन प्रभाग के डीएफओ कुंदन कुमार ने बताया कि वनाग्नि के खतरों के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए धार्मिक और सांस्कृतिक मंचों का उपयोग किया जा रहा है।
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