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Hindi Newsउत्तराखंड न्यूज़काशीपुरFarmers Protest in Bajpur Police Station Over Seized Truck and Allegations of Misconduct

एसएसआई से गहमागहमी के बाद किसानों ने बाजपुर कोतवाली में दिया धरना

मंगलवार को कोतवाली परिसर में भाकियू कुमायूं मंडल अध्यक्ष विक्की रंधावा और एसएसआई के बीच जमकर गहमागहमी हो गई। इससे नाराज विक्की रंधावा कोतवाली गेट पर ध

Newswrap हिन्दुस्तान, काशीपुरTue, 3 Sep 2024 01:33 PM
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बाजपुर, संवाददाता। सीज हुए ट्रक को छुड़ाने के मामले में कोतवाली पहुंचे किसान नेता और एसएसआई के बीच मंगलवार को गहमागहमी के बाद किसानों ने कोतवाली में धरना प्रदर्शन किया। हंगामा बढ़ता देख कोतवाल नरेश चौहान मौके पर पहुंचे और दोनों पक्षों को समझाकर मामला शांत कराया। भाकियू कुमायूं मंडल अध्यक्ष विक्की रंधावा पेशे से ट्रांसपोर्टर हैं। बीते कुछ दिन पहले उनके एक ट्रक से हादसा हुआ था, जिसके बाद पुलिस ने ट्रक सीज कर दिया था। ट्रक को छुड़ाने के लिए पैरवी कर रहे विक्की का आरोप है कि मंगलवार को पुलिस के एक जवान ने उनसे 500 रुपये सुविधा शुल्क मांगा, जिसकी शिकायत करने वह कोतवाली पहुंचे और वहां मौजूद एसएसआई को शिकायत की। आरोप है कि एसएसआई ने उनकी शिकायत को दरकिनार कर उल्टा उन्हीं से अभद्रता शुरू कर दी। इसके बाद विक्की रंधावा कोतवाली के गेट पर धरने पर बैठ गए। विक्की को धरने पर बैठा देख अन्य किसान भी आ गए और उन्होंने भी धरना शुरू कर दिया। ये लोग एसएसआई के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे थे। हंगामे के बीच पहुंचे कोतवाल नरेश चौहान ने दोनों पक्षों को शांत कराया। कोतवाल ने कहा कि उनका कोई भी पुलिसकर्मी सुविधा शुल्क की डिमांड नहीं कर सकता। अगर उसके खिलाफ कोई भी सबूत है तो किसान नेता प्रस्तुत करें वह तुरंत कार्रवाई करेंगे। उन्होंने कहा कि आरोप निराधार हैं। इस दौरान भाकियू के प्रदेश अध्यक्ष कर्म सिंह पड्डा, रजनीत सिंह सोनू, हरप्रीत सिंह निज्जर, गगन सरना, रतन बाजवा, निशान सिंह, सन्नी खैरा, सोनी आदि मौजूद रहे।

मैं शिकायत लेकर कोतवाली पहुंचा था, लेकिन मेरे साथ एसएसआई ने अभद्रता की। मौके पर अगर एसआई कैलाश नहीं होते तो एसएसआई मुझ पर हाथ भी छोड़ देते। मैं किसान नेता हूं, अगर मेरे साथ पुलिस ऐसा बर्ताव कर रही है तो आमजन के साथ कैसा रवैया रहता होगा।

विक्की रंधावा, अध्यक्ष, कुमायूं मंडल भाकियू।

किसान नेता कोतवाली पहुंचे थे और हमारे एक सिपाही पर आरोप लगा रहे थे। उनसे आरोपों का सबूत मांगा गया जो उनके पास नहीं था। मैंने स्पष्ट कहा है कि अगर उनका कोई भी पुलिसकर्मी दोषी होगा तो वह स्वयं कार्रवाई करेंगे। किसान नेताओं को समझाकर मामला शांत कराया गया।

नरेश चौहान, प्रभारी निरीक्षक बाजपुर।

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