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दिल्ली में यात्रियों को सड़क पर छोड़ खाली लौट रहीं उत्तराखंड की बसें

दिल्ली में बीएस 4 वाहनों के संचालन पर प्रतिबंध के कारण उत्तराखंड परिवहन निगम की सेवाएँ प्रभावित हो रही हैं। निगम के पास नई बसें नहीं होने के कारण यात्रियों को दिल्ली सीमा पर छोड़ना पड़ रहा है।...

Newswrap हिन्दुस्तान, हल्द्वानीWed, 27 Nov 2024 11:36 AM
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हल्द्वानी, संवाददाता। दिल्ली में बीएस 4 वाहनों का संचालन प्रतिबंधित होने से उत्तराखंड परिवहन निगम का संचालन लड़खड़ा गया है। निगम के पास नई बसें नहीं होने के कारण हल्द्वानी से जा रही बसों के यात्रियों को दिल्ली की सीमा पर उतारना निगम के लिए मजबूरी बन गया है। वहां से खाली बसें वापस लौट रही हैं। रोजाना काठगोदाम और हल्द्वानी डिपो की केवल दो-दो बसें ही दिल्ली पहुंच रही हैं। जबकि दो दर्जन से ज्यादा बसों के यात्रियों को बॉर्डर पर छोड़ दिया जा रहा है। दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के मद्देनजर बीएस वाहनों का संचालन प्रतिबंधित किया गया है। उत्तराखंड परिवहन निगम के पास बीएस 6 मानक की बसें नहीं होने के कारण परिवहन निगम के साथ ही यात्रियों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। परिवहन निगम प्रबंधन पुरानी बसों को दिल्ली की सीमा पर बने कौशांबी बस स्टेशन तक भेज रहा है। वहां यूपी रोडवेज से उत्तराखंड परिवहन निगम को स्टेशन पर बस खड़ी करने की अनुमति नहीं मिल रही है। इससे बस में सवार यात्रियों को स्टेशन के बाहर सड़क पर उतार दिया जा रहा है। हल्द्वानी से हर दिन दो दर्जन पुरानी बसें यात्रियों को लेकर वहां तक पहुंचती हैं। हल्द्वानी और काठगोदाम डिपो के पास मानक के अनुरूप सिर्फ दो-दो बसें ही हैं। यही चार बसें दिल्ली तक पहुंच रही हैं। इससे यात्रियों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

वापसी में खाली बस पहुंच रही हल्द्वानी

कौशांबी बस स्टेशन पर बसें खड़ी करने की अनुमति नहीं होने के कारण वे बिना सवारियों के लौट रही हैं। इस बीच रास्ते में मिल रहे गिने-चुने यात्रियों के साथ बसें हल्द्वानी पहुंच रही हैं। ऐसे में जल्द ही नई बसों की व्यवस्था नहीं होने पर निगम को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ेगा।

परिचालक की कमी से अनुबंधित बसें भी भेजना मुश्किल

परिवहन निगम में लंबे समय से नई भर्ती नहीं होने के कारण परिचालकों की कमी बनी हुई है। हल्द्वानी डिपो में 49 और काठगोदाम डिपो में 55 परिचालकों की कमी बनी हुई है। अनुबंधित सीएनजी बसों में निगम को अपना परिचालक भेजना होता है, लेकिन परिचालक कम होने से इन्हें भी दिल्ली भेजना मुश्किल बना हुआ है।

कोट -

बसों का संचालन कौशांबी स्टेशन तक किया जा रहा है। जल्द ही मुख्यालय से नई बसें मिलनी हैं। इनके पहुंचते ही संचालन दिल्ली तक शुरू किया जाएगा।

विमला रौतेला, सहायक महाप्रबंधक परिवहन निगम

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