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पुरानी पेंशन में भेदभाव पर शिक्षक संघ नाराज

पुरानी पेंशन योजना का लाभ न मिलने से राज्य के शिक्षकों और कर्मचारियों में नाराजगी है। प्राथमिक शिक्षक संघ ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर सभी के लिए इसे लागू करने की मांग की है। 1 अक्टूबर 2005 के बाद...

Newswrap हिन्दुस्तान, देहरादूनThu, 12 Dec 2024 05:56 PM
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पुरानी पेंशन का राज्य के सैकड़ों शिक्षक, कर्मचारी और शिक्षामित्रों सहित लाखों कर्मचारियेां को लाभ ना दिए जाने से शिक्षक नाराज हैं। प्राथमिक शिक्षक संघ ने इसमें भेदभाव का आरोप लगाते हुए तत्काल सभी के लिए इसे लागू करने की मांग की है। ऐसा ना होने पर आंदोलन की भी चेतावनी दी है। संगठन के प्रांतीय पदाधिकारी मनोज तिवारी ने इसके लिए मुख्यमंत्री पुष्कर धामी और मुख्य सचिव राधा रतूड़ी को ज्ञापन भेजकर शासनादेश के अनुसार सभी को इसका लाभ जल्द देने की मांग की है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में पुरानी पेंशन (ओपीएस)के स्थान पर नई पेंशन प्रणाली लागू किए जाने को लेकर देश भर में विभिन्न संगठनों के बैनर तले धरना प्रदर्शन और आंदोलन किया जा रहे हैं। क्योंकि एक अक्टूबर 2005 के बाद नियुक्त होने वाले सभी कार्मिकों के लिए नई पेंशन योजना को लागू किया गया है, परंतु इसमें भी एक बहुत बड़ा वर्ग जो की सेवा में तो एक अक्टूबर 2005 के बाद आया, परंतु उनकी विज्ञप्ति अधिसूचना एक अक्टूबर 2005 से पूर्व की थी। ऐसे में उसे भी इसका लाभ मिलना है लेकिन अब तक नहीं मिल पाया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में कई शिक्षक और कर्मचारियों को इसका लाभ दिया भी जा चुका है। ऐसे में छूट गए शिक्षक कर्मचारी तथा शिक्षामित्र सहित अन्य सभी को पुरानी पेंशन का लाभ ना देना गलत है।

आज जब देश के सभी राजनेता, विधायक ,सांसद पुरानी पेंशन का लाभ ले रहे हैं। ऐसे में अपने जीवन के महत्वपूर्ण समय को सरकारी सेवा में देने के बाद सेवानिवृत्ति के समय खाली हाथ कर भेज दिया जाना बहुत बड़ा अन्याय है। जिसके लिए संघर्ष जारी है। परंतु जो शासनादेश से आच्छादित हैं उन्हें तत्काल इसका लाभ दिया जाना चाहिए।

मनोज तिवारी, प्रांतीय तदर्थ समिति उत्तराखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ।

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