जनसंचार के माध्यमों में हिंदी का प्रयोग बढ़ा
देहरादून। गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के देहरादून परिसर (कन्या गुरुकुल) के हिंदी विभाग की ओर से दो दिवसीय हिंदी दिवस कार्यक्रम का शनिवार को समापन हु
गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के देहरादून परिसर (कन्या गुरुकुल) के हिंदी विभाग की ओर से दो दिवसीय हिंदी दिवस कार्यक्रम का शनिवार को समापन हुआ। शनिवार को ‘हिंदी का वैश्विक परिदृश्य और नई शिक्षा नीति विषय पर ऑनलाइन व्याख्यान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का संचालन करते हुए डॉ. निशा ने बताया कि राजभाषा के रूप में हिंदी के 75 वर्ष पूर्ण होने पर भारत सरकार इसे हीरक जयंती के रूप में मना रही है। इसलिए ये हिंदी के उत्तरोत्तर विकास को दर्शाता है। विशिष्ट वक्ता डॉ. अरविंद कुमार ने भाषा के रूप में हिंदी के भारतीय व वैश्विक परिदृश्य के साथ ही भारतीय साहित्य के वैश्विक महत्व से छात्राओं व शोधार्थियों को अवगत कराया। डॉ. अरविंद ने बताया कि आज विश्व के अनेक देशों में हिंदी न केवल अध्ययन और अध्यापन की भाषा है, बल्कि जनसंचार के माध्यमों में भी हिंदी का प्रयोग बढ़ा है। प्रो. हेमन पाठक ने छात्राओं को बताया कि वर्तमान हिंदी का ये विकास भारतीयता एवं अन्य भारतीय भाषाओं के उत्तरोत्तर विकास की ओर इंगित करता है। अतः इस विकास को और गति देने के लिए हमें हिंदी को अधिक से अधिक व्यवहार और ज्ञान-विज्ञान के क्षेत्र में लाना होगा। कार्यक्रम में प्रो. निपुर, डॉ. नीना गुप्ता, डॉ. बबिता, डॉ. अजित तोमर, डॉ. सुनील, डॉ. रचना पांडेय, डॉ. रचना चौहान, डॉ. अंजुलता आदि उपस्थित रहे।
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