गढ़वाली-कुमाउनी भाषा को संविधान की आठवीं सूची में शामिल करें : धीरेंद्र
- गोपेश्वर,संवाददाता। प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष धीरेन्द्र प्रताप ने कहा कि अब
प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष धीरेन्द्र प्रताप ने कहा कि अब समय आ गया है कि केंद्र सरकार गढ़वाली-कुमाउनी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करे। रविवार को जारी एक बयान में धीरेन्द्र ने कहा कि गढ़वाली और कुमाउनी भाषा लगभग एक हजार साल पुरानी भाषाएं हैं। इनमे हर विधा में साहित्य उपलब्ध है। साहित्य अकादमी जैसी देश की सर्वोच्च साहित्यिक संस्था भी गढ़वाली और कुमाउनी भाषाओं के साहित्यकारों को सम्मानित कर चुकी है। इन भाषाओं की पुस्तकों का अनुवाद अन्य भारतीय भाषाओं में हो रहा है और अन्य भारतीय भाषाओं का अनुवाद गढ़वाली और कुमाउनी भाषाओं में हो रहा है।
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