सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष के रिजॉर्ट पर कब्जा करने पहुंची टीम बैरंग लौटी
पूर्व अध्यक्ष ने तीन साल पहले मुखानी शाखा से लिया था तीन करोड़ का लोन सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष रिजॉर्ट पर कब्जा करने सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष
अल्मोड़ा, कार्यालय संवाददाता। भनोली तहसील में सोमवार को राज्य सहकारी बैंक प्रधान कार्यालय हल्द्वानी से टीम पहुंची। टीम को तीन करोड़ का ऋण जमा नहीं करने पर सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष के रिजार्ट पर कब्जा करना था। लेकिन प्रशासनिक सुरक्षा नहीं मिलने पर टीम को बैरंग लौटना पड़ा। सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष प्रशांत भैसोड़ा ने वर्ष 2016 में पृथ्वी इंफ्रा डेवलपर्स कंपनी के नाम से उत्तराखंड राज्य सहकारी बैंक की शाखा मुखानी हल्द्वानी से तीन करोड़ का लोन लिया था। इसमें डेढ़ करोड़ का सीसी तो शेष डेढ़ करोड़ का टर्म लोन था। लंबे समय से आरोपी ने लोन की किस्त जमा नहीं की थी। इस पर बैंक ने पूर्व अध्यक्ष को नोटिस भेजने शुरू किए। इसके बाद भी लोन की रकम जमा नहीं की गई। आखिरकार बैंक को सरफेसी एक्ट के तहत कब्जे की कार्रवाई करनी पड़ी। बैंक अधिकारियों ने अल्मोड़ा प्रशासन से वार्ता की तो डीएम के आदेश पर एसडीएम भनोली ने तहसीलदार बरखा जलाल को कार्रवाई के लिए कहा। प्रशासन ने पूर्व अध्यक्ष के दन्या स्थित रिजार्ट पर कब्जे के लिए बैंक अधिकारियों को 16 दिसंबर का समय दिया। लेकिन तय समय में तहसीलदार को जरूरी काम से बाहर जाना पड़ा। इससे यहां पहुंचे बैक अधिकारियों को सुरक्षा नहीं मिल पाई। इससे उन्हें बैरंग वापस लौटना पड़ा। सहकारी बैंक के महाप्रबंधक ऋण आर रैना ने बताया कि जल्द ही अगली तिथि को कार्रवाई की जाएगी। टीम में प्रबंधक मंगल सिंह, मनोज बिष्ट, समीर भटनागर, नीरज पांगती, पंकज बिष्ट, हेमंत मेहरा थे।
प्रशासन की ओर से 16 दिसम्बर की तिथि तय की गई थी, लेकिन तहसीलदार को प्रशासनिक कार्य के लिए हाईकोर्ट जाना पड़ा। मामले में जल्द ही कार्रवाई की जाएगी।
एनएस नगन्याल, एसडीएम भनोली।
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