माफिया की मौत पर फातिहा पढ़ने वालों ने कल्याण को नहीं दी श्रद्धांजलि, योगी का अखिलेश पर हमला
- सीएम योगी ने अखिलेश यादव पर तीखा हमला बोला है। कल्याण सिंह की तीसरी पुण्यतिथि पर इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित हिन्दू गौरव दिवस कार्यक्रम में बुधवार को मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबूजी कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि देने जाना तो दूर सपा के मुखिया के मुंह से संवेदना का एक शब्द भी नहीं निकला।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सपा मुखिया अखिलेश यादव पर तीखा हमला बोला है। पूर्व राज्यपाल व मुख्यमंत्री रहे कल्याण सिंह की तीसरी पुण्यतिथि पर इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित हिन्दू गौरव दिवस कार्यक्रम में बुधवार को मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबूजी कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि देने जाना तो दूर सपा के मुखिया के मुंह से संवेदना का एक शब्द भी नहीं निकला। जबकि सैकड़ों हिंदुओं की हत्या से जिस माफिया के हाथ रंगे थे, उसकी कब्र पर फातिहा पढ़ने पहुंच गए।
योगी ने कहा कि आपको बांटने की साजिश रचने वालों को जब भी मौका मिला, इन्होंने उत्तर प्रदेश को दंगों की आग में झोंकने और हिंदुओं के नायकों को अपमानित करने का काम किया। मुख्यमंत्री ने पीडीए पर भी सवाल खड़े किए। योगी ने सपा प्रमुख को पीडीए पर घेरते हुए कहा कि कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि तक न देने वाले प्रदेश के एक दुर्दांत माफिया की मौत पर मातम मनाने उसके गांव तक चले गए थे। उस माफिया की मौत पर वे ऐसे मातम मना रहे थे, जैसे इनका कोई सगा चला गया हो।
उन्होंने कहा कि यही पीडीए का वास्तविक चरित्र है। अयोध्या में एक निषाद बालिका के साथ, कन्नौज में और लखनऊ में जो शर्मनाक घटनाएं घटित हुईं, यही इनका चेहरा है। जब तक इनका एकजुट होकर मुकाबला नहीं करेंगे, ये लोग प्रदेश की जनता को ऐसे ही बेवकूफ बनाते रहेंगे। योगी ने कहा कि आज ये लोग परेशान हैं, क्योंकि उनकी गुंडागर्दी, अराजकता की दुकानें डबल इंजन की सरकार ने बंद कर दी हैं। डबल इंजन की ये सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अपराध और अपराधियों, भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति के साथ काम करेगी, चाहे इसके लिए कोई भी कीमत चुकानी पड़े।
अचानक नहीं बन जाता कोई कल्याण सिंह
योगी ने कहा कि कोई व्यक्ति कल्याण सिंह अचानक नहीं बन जाता। इसके लिए संघर्ष, चुनौती, त्याग और बलिदान का मार्ग चुनना पड़ता है। बाबूजी ने उस समय की ताकतों का मुकाबला किया, विपरीत परिस्थितियों में काम किया लेकिन श्रीरामजन्मभूमि आंदोलन के मार्ग से कतई नहीं हटे। आज उसकी सुखद अनुभूति पूरी दुनिया में रहने वाले सनातन धर्मावलंबी कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ता के रूप में अपनी यात्रा प्रारंभ करने वाले बाबूजी कल्याण सिंह की यात्रा शून्य से शिखर तक की यात्रा है। वे विधायक भी थे, सांसद भी थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि रामजन्मभूमि आंदोलन में उनकी भूमिका का ही परिणाम आज हम सबके सामने है। मानवता का जहां दमन हुआ है, श्रीरामजन्मभूमि पर राम मंदिर का निर्माण उनके लिए आशा की एक किरण है। उन्होंने जातिवाद को प्रश्रय नहीं दिया। समाज का विभाजन करने वाली ताकतों से उन्होंने दूरी बनाए रखी।
हिन्दू समाज को बंटने नहीं देना है
मुख्यमंत्री ने कहा कि याद करिए 30 अक्तूबर 1990 और 2 नवंबर 1990 में अयोध्या में रामभक्तों पर गोलियां चलाई गई थीं। उस समय की सरकार एक तरफ हिन्दू समाज को आपस में बांटने का कार्य कर रही थी तो दूसरी तरफ रामभक्तों पर गोलियां बरसा रही थी। तब अडिग चट्टान बनकर उनके सामने टकराने वाला व्यक्तित्व ‘बाबूजी’ कल्याण सिंह थे। तब उन्होंने कहा था कि हम हिन्दू समाज को बंटने नहीं देंगे। ये जातीयता का जहर घोलने वाले भारत को तोड़ने का काम कर रहे हैं।
हिन्दू एकता खंडित हुई तो देश फिरकों में बंटेगा
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें हिन्दू एकता के महत्व को समझना पड़ेगा। हिन्दू कोई जाति, मत और मजहब नहीं है। यह किसी संकीर्ण दायरे का माध्यम नहीं है। यह भारत की सुरक्षा की गारंटी है, ये भारत की एकता और एकाग्रता की गारंटी है। याद रखना, जब तक भारत का मूल सनातन हिन्दू समाज मजबूत है, भारत की एकता और अखंडता को दुनिया की कोई ताकत चुनौती नहीं दे सकती लेकिन जिस दिन यह एकता खंडित होगी उस दिन भारत को फिरके-फिरके में बांटने की विदेशी साजिशें सफल होती दिखाई देंगी।
हमें इन साजिशों को सफल नहीं होने देना है। जो लोग आपको बांटने का काम कर रहे हैं, इनके चेहरे, चाल और चरित्र अलग हैं। ये बोलेंगे कुछ, दिखाएंगे कुछ और करेंगे कुछ। जब भी इन्हें अवसर मिला, उत्तर प्रदेश को इन्होंने दंगे की आग में झोंका है। जब भी इन्हें अवसर मिला है, इन्होंने हिंदुओं के नायकों को अपमानित किया है।
कल्याण ने नहीं की सरकार की परवाह: भूपेंद्र
इस मौके पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने कहा कि राम मंदिर के लिए बाबूजी कल्याण सिंह ने सरकार जाने की भी परवाह नहीं की। उन्होंने हमेशा गांव, गरीब, किसान को अपनी प्राथमिकता में रखा। सरकार में रहने के दौरान भी उन्होंने कमजोर, पिछड़ों, दलितों के उत्थान के लिए काम किया। वो हमेशा दृढ़ता से अपने संकल्पों पर आगे बढ़ते रहे। उन्होंने जो अधूरे काम छोड़े हैं, उन्हें समाज के अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति तक हमें पहुंचाना है।
योगी सरकार ने नहीं किया राष्ट्रवाद से समझौता
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि रामभक्ति और राष्ट्रभक्ति से समझौता न बाबूजी की सरकार में किया गया और न ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार में हो रहा है। बाबू जी के पदचिन्हों पर प्रदेश सरकार चल रही है। देश विरोधी शक्तियां सक्रिय हो रही हैं। हम देश भक्त लोग हैं। हर रामभक्त ही राष्ट्रभक्त है। जो जहर फैलाने का काम कर रहे हैं, उसे सफल नहीं होने देना है। जो विजय यात्रा 2014 से चली है उसे भाजपा 2027 में भी दोहराएंगी। जिन्होंने कल्याण सिंह को अंतिम विदाई भी नहीं दी उन्हें पूरी तरह प्रदेश से विदा करेंगे।
बाबू जी हमारे दिलों में बसते हैं: ब्रजेश पाठक
उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि बाबूजी कल्याण सिंह ने राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया। कुर्सी को छोड़ उन्होंने राममंदिर को चुना। बाबूजी हमारे दिलों में बसते हैं। जब श्रीराम मंदिर और मुख्यमंत्री की कुर्सी के बीच कश्मकश चल रही थी तो बाबूजी ने कुर्सी को दरकिनार करते हुए प्रभु श्रीराम मंदिर निर्माण को अव्वल नंबर पर रखा। ऐसी महान विभूति के चरणों में मेरा सादर नमन। उन्होंने कहा कि यूपी की 25 करोड़ जनता की ओर से मैं उन्हें सादर नमन करता हूं। उन्होंने बाबूजी के बेटे पूर्व सांसद राजवीर सिंह राजू को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि पूर्व में अलीगढ़ में बाबूजी के श्रद्धांजलि समारोह में जनसैलाब उमड़ता था। आज लखनऊ में भी उनके लाखों चाहने वाले पहुंचे हैं।
केंद्रीय मंत्री बीएल वर्मा, पूर्व केंद्रीय मंत्री डा. महेंद्रनाथ पांडेय, राज्यसभा सांसद डा. दिनेश शर्मा, कैबिनेट मंत्री सूर्यप्रताप शाही, स्वतंत्रदेव सिंह, सांसद साक्षी महाराज ने भी पुण्यतिथि पर कल्याण सिंह से जुड़े संस्मरण सुनाए। स्वागत भाषण पूर्व सांसद राजवीर सिंह राजू ने दिया। जबकि धन्यवाद राज्यमंत्री संदीप सिंह ने दिया।