Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़villager was accidentally shot during CISF firing practice in Pilibhit

फायरिंग रेंज में प्रैक्टिस कर रहे थे CISF के जवान, गलती से ग्रामीण को लगी गोली, हालत गंभीर

पीलीभीत पुलिस लाइन के पीछे फायरिंग बट पर प्रैक्टिस कर रहे उत्तराखंड के बनबसा से आए सीआईएसएफ के जवानों में से एक जवान की गोली घर के बाहर खेत पर घास काट रहे ग्रामीण को लग गई।

Pawan Kumar Sharma हिन्दुस्तान, पीलीभीतSun, 22 Sep 2024 08:43 PM
share Share

यूपी के पीलीभीत पुलिस लाइन के पीछे फायरिंग बट पर प्रैक्टिस कर रहे उत्तराखंड के बनबसा से आए सीआईएसएफ के जवानों में से एक जवान की गोली घर के बाहर खेत पर घास काट रहे ग्रामीण को लग गई। ग्रामीण को गंभीर हालत में शहर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां ऑपरेशन के बाद उसके कूल्हे से गोली निकाल दी गई। फिलहाल उसकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।

सीआईएसएफ (केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल) के जवान पुलिस लाइन के पीछे स्थित फायरिंग रेंज में रविवार सुबह इंसास राइफल से फायरिंग प्रैक्टिस कर रहे थे। इस दौरान एक गोली फायरिंग बट के पीछे लगभग एक किलोमीटर दूर स्थित सेमरखेड़ा गांव के 58 वर्षीय श्रीकृष्ण को लग गई। बाएं कूल्हे में गोली लगते ही श्रीकृष्ण गिर पड़े और शोर मचा दिया। शोरशराबा होने पर ग्रामीण भी घायल के पास पहुंच गए।

उधर, सूचना पर फायरिंग कर रहे जवान भी मौके पर आ गए। घटना की सूचना मिलने पर सीओ सिटी दीपक चतुर्वेदी, प्रभारी निरीक्षक कोतवाली फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। एंबुलेंस से घायल ग्रामीण को जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। जिला चिकित्सालय लाए गए ग्रामीण की हालत गंभीर होने पर उसे शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां चिकित्सक ने ऑपरेशन के बाद गोली निकाल दी। सीओ सिटी दीपक चतुर्वेदी ने बताया कि पूरे मामले की जांच कराई जा रही है। जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।

ये भी पढ़ें:गोलीबारी की घटना के बाद दबिश देने पहुंचे पुलिस टीम पर हमला, दरोगा समेत 3 घायल

चार सौ मीटर होती है मारक क्षमता, एक से दो किमी दूर तक जा सकती है गोली

पुलिस विभाग के जानकारों की माने तो इंसास रायफल की मारक क्षमता 400 मीटर तक होती है। इसके अलावा गोली एक किमी से लेकर दो किमी दूर तक जा सकती है। इस दौरान रास्ते में कोई भी सामने पड़ा तो गोली लग सकती है।

चंपावत से आए थे वार्षिक प्रैक्टिस करने

सीओ सिटी दीपक चतुर्वेदी ने बताया कि फायरिंग करने के लिए सीआईएसएफ के जवान उत्तराखंड के चंपावत से आए थे। 30 जवानों का दल असिस्टेंट कमांडेंट अमित कुमार के नेतृत्व में यहां आया हुआ था।

अगला लेखऐप पर पढ़ें