ब्रह्मांड के रहस्य खोलेगा सूर्य सिद्धांत सॉफ्टवेयर
Varanasi News - वाराणसी के बीएचयू के ज्योतिष विभाग ने तीन वर्षों की मेहनत के बाद 'सूर्य सिद्धांत' नामक सॉफ्टवेयर विकसित किया है। यह सॉफ्टवेयर सृष्टि की शुरुआत से लेकर भविष्य की खगोलीय घटनाओं का आकलन करने में मदद...
वाराणसी, मुख्य संवाददाता। ब्रह्मांड के रहस्यों को समझने की दिशा में बीएचयू के संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय क ज्योतिष विभाग ने बड़ी छलांग लगाई है। तीन वर्षों के अथक परिश्रम के बाद एक ऐसा सॉफ्टवेयर विकसित किया गया है जो सृष्टि के आरंभ से लेकर भविष्य में होने वाली खगोलीय घटनाओं का आकलन करने में सहायक होगा। इस सॉफ्टवेयर को सूर्य सिद्धांत नाम दिया गया है।
इस सॉफ्टवेयर का अनावरण सोमवार को बीएचयू के ज्योतिष विभाग में किया गया। सूर्य सिद्धान्तीय गणितीय सॉफ्टवेयर के माध्यम से सूर्य सिद्धांत के गणितीय प्रक्रिया को उदाहरण सहित समझा जा सकता है। अब ज्योतिष के अध्येताओं के लिए खगोलीय रहस्यों को समझना सरल हो गया है। सूर्यसिद्धांत डॉट इन (suryasiddhant.in) वेबसाइट पर इससे संबंधित संपूर्ण विवरण उपलब्ध है। सॉफ्टवेयर डॉ. सुभाष पाण्डेय के निर्देशन में डॉ. अमित कुमार मिश्र, डॉ. गौरव मिश्र ने विकसित किया है। सॉफ्टवेयर का अनावरण संकाय प्रमुख प्रो. राजाराम शुक्ल ने किया। प्रो. शुक्ल ने कहा कि यह उपलब्धि हमारे संकाय के लिए ही नहीं अपितु संपूर्ण ज्योतिष जगत के लिए महत्वपूर्ण है। इस सॉफ्टवेयर के माध्यम से हम कई ऐसे रहस्यों को जान पाएंगे जिन्हें लेकर आधुनिक विज्ञान में लंबे समय से कौतूहल बना हुआ है। डॉ. सुभाष पाण्डेय ने कहा कि यह सॉफ्टवेयर सूर्य सिद्धांत में होने वाली गणितीय कठिनता को दूर करके छात्रों को सरलता पूर्वक बोध कराने में सहायक होगा। प्रो. विनय कुमार पाण्डेय ने कहा कि इस सॉफ्टवेयर के माध्यम से शास्त्री से शोधार्थी तक सभी छात्रों को गणित करने की एक नई दिशा मिलेगी। वर्तमान युग में संस्कृत के छात्र भी तकनीकी के माध्यम से गणित को समझ कर उसका अनुप्रयोग कर लाभान्वित होंगे। इस अवसर पर विभागाध्यक्ष प्रो. शत्रुघ्न त्रिपाठी, डॉ. रामेश्वर शर्मा, डॉ सुनील कुमार गुप्ता, प्रो. शैलेश तिवारी, डॉ अजय कुमार पाण्डेय, डॉ सुरेन्द्र पाण्डेय, प्रो. माधव जनार्दन रटाटे, डॉ रविशंकर दुबे आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
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