Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़UP's revenue inspectors will now get this much stationery allowance, the council has sent a proposal to the Yogi sarkar

यूपी के इन कर्मचारियों को अब इतने मिलेगा स्टेशनरी भत्ता, परिषद ने योगी सरकार को भेजा प्रस्ताव

  • यूपी के राजस्व निरीक्षकों को 750 रुपये स्टेशनरी भत्ता देने की तैयारी है। राजस्व परिषद ने योगी सरकार को प्रस्ताव भेजा है। अभी मात्र छह रुपये माह ही स्टेशनरी भत्ता दिया जा रहा है। प्रस्ताव में कहा गया है कि यह राशि बहुत कम थी।

Deep Pandey लाइव हिन्दुस्तानTue, 14 Jan 2025 06:35 AM
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उत्तर प्रदेश के राजस्व निरीक्षकों को 750 रुपये स्टेशनरी भत्ता देने की तैयारी है। राजस्व परिषद ने इस संबंध में शासन को प्रस्ताव भेजा है। इसमें कहा गया है कि अभी मात्र छह रुपये माह ही स्टेशनरी भत्ता दिया जा रहा है। इसके चलते उन्हें परेशानियां हो रही हैं। उनकी मांग है कि 1000 रुपये हर माह भत्ता दिया जाए, लेकिन 750 रुपये देने का औचित्य पाया गया है।

अपर भूमि व्यवस्था आयुक्त अनिल कुमार यादव द्वारा शासन को भेजे गए प्रस्ताव में कहा गया है कि राजस्व निरीक्षकों ने स्टेशनरी भत्ता 1000 रुपये और मोटरसाइकिल भत्ता 2000 रुपये देने की मांग की है। मोटर साइकिल भत्ता बढ़ाकर 2000 रुपये करने संबंधी प्रस्ताव शासन को पहले ही भेजा जा चुका है। अब स्टेशनरी भत्ता बढ़ाने संबंधी प्रस्ताव भेजा गया है।

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उत्तर प्रदेश राजस्व निरीक्षक संघ के अध्यक्ष ब्रजेश कुमार श्रीवास्तव द्वारा दिए गए ज्ञापन में कहा गया है कि एक राजस्व निरीक्षक के क्षेत्र में लगभग 40 से 50 गांव होते हैं। राजस्व निरीक्षक द्वारा धारा-24 के ऑनलाइन आवेदनों के प्रिंट निकलवा कर प्रतिवादियों को नोटिस भेजा जाता है। धारा- 38 के मामलों में नक्शा तैयार करने, धारा 101 की पत्रावलियों पर आख्या अंकित करने पर पैसा खर्च होता है। इसके आलवा आवास, कृषि, मत्स्य पालन, वृक्षारोपण, कुम्हारी कला आदि आवंटनों पर रिपोर्ट उपलब्ध कराई जाती है। इन सभी कामों के लिए फोटो कापी कराना होता है। इसलिए इस पर अधिक खर्च आ रहा है। राजस्व परिषद स्तर पर राजस्व निरीक्षकों को स्टेशनरी भत्ता 750 रुपये हर माह देने को औचित्यपूर्ण पाते हुए प्रस्ताव शासन को भेजा जा रहा है।

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