UP Weather Update: जनवरी में औसत अधिकतम तापमान बढ़ा, इस हफ्ते बूंदाबांदी के आसार
- मौसम विभाग के अनुसार बीते 5 दशकों का वार्षिक औसत तापमान भी बढ़ गया है। यह बढ़ोतरी देखने में भले कम लगे लेकिन इसका असर अब हर व्यक्ति पर पड़ने लगा है। औसत तापमान के बढ़ने की वजह अधिकतम और न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी है। 1902 से 2022 की अवधि में मौसम विभाग ने आंकड़ों का विश्लेषण किया।
UP Weather Update: इस साल जनवरी महीने में लखनऊ का औसत अधिकतम तापमान बढ़ गया है। पांच साल में यदि वर्ष 2016 को छोड़ दें तो यह सबसे ज्यादा है। यदि न्यूनतम तापमान की बात करें तो 2022 के बाद औसत तापमान बढ़ा है। इस महीने 16 दिन तापमान सामान्य से कम रहा तो 15 दिन सामान्य से काफी अधिक रहा। उधर, कानपुर में पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होते ही दिन का पारा चढ़ने लगा है। शुक्रवार को दिन का तापमान 28.6 डिग्री पहुंच गया, जो कि कानपुर के सीजन का सबसे गर्म दिन रहा। दक्षिण-पश्चिमी हवाओं का दबाव रहा, जिससे सर्दी में कमी आ गई। रात के तापमान में मामूली बदलाव हुआ और सर्दी बनी रही। मौसम विभाग के अनुसार, फरवरी के पहले हफ्ते में बूंदाबांदी संभव है।
मौसम विभाग के आंकड़ों पर दृष्टि डालें तो इस महीने लखनऊ का अधिकतम तापमान शुक्रवार को 28.2 दर्ज किया गया। बीते पांच वर्षों के दौरान पूरे जनवरी में अधिकतम तापमान वर्ष 2021 में एक बार 28.9 तक पहुंचा था। इसके अलावा 2023 में 25.5 तक गया था। न्यूनतम तापमान इस बार 5.4 डिग्री सेल्सियस तक ही नीचे गया। मौसम विभाग के अनुसार बीते पांच दशकों का वार्षिक औसत तापमान भी बढ़ गया है। यह बढ़ोतरी देखने में भले कम लगे लेकिन इसका असर अब प्रत्येक व्यक्ति पर पड़ने लगा है। औसत तापमान के बढ़ने की वजह अधिकतम और न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी है। 1902 से 2022 की अवधि में मौसम विभाग ने आंकड़ों का विश्लेषण किया। इसके अनुसार 1901 से 2022 के बीच यूपी के औसत वार्षिक तापमान में 0.13 की बढ़ोतरी हुई है। यानी यह बढ़ोतरी 100 वर्षों के दौरान हुई।
सीएसए के मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार शुक्रवार को कानपुर को दिन के तापमान में 1.8 डिग्री की वृद्धि हुई। यह सीजन का सर्वाधिक तापमान है। जनवरी में 28.6 डिग्री तापमान वर्तमान सीजन में नहीं रहा है। यह सामान्य से 04.5 डिग्री अधिक है। पश्चिमी विक्षोभ के कारण तापमान में असामान्य ढंग से वृद्धि हुई है। एक पश्चिमी विक्षोभ से पहले से ही हल्की बर्फबारी और बारिश बनी हुई है। दूसरा विक्षोभ शुक्रवार को आया है। इससे उत्तर-पश्चिमी हवाएं धीमी पड़ गई हैं या बंद हो गई हैं। मौसम विशेषज्ञ डॉ. एसएन सुनील पांडेय का कहना है कि विक्षोभों के हल्के होने के कारण इसका व्यापक असर देखने में नहीं आ रहा है। फिलहाल दिन का पारा चढ़ेगा। 01 से 04 फरवरी के बीच जो विक्षोभ होंगे और पहले आए विक्षोभ क्लियर होंगे तो हवा चलेंगी। अब हवाएं तेज चलेंगी और अंधड़ सरीखी होंगी। साथ ही कहीं-कहीं बूंदाबांदी की संभावना भी बन सकती है। प्रदेश के आधे हिस्से में घना कोहरा होगा लेकिन शेष क्षेत्रों में भी हल्का कोहरा संभव है। 08 फरवरी से 15 फरवरी तक सर्दी का अहसास बढ़ जाएगा।
ऐसे मौसम में कहीं धोखा न खा जाएं
सुबह और शाम को सर्दी। दोपहर में पसीना छुड़ाने वाली गर्मी। मौसम का यह बदलाव सेहत के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है। ऐसे मौसम में संभल कर रहें। जरा सी चूक से बीमारी जकड़ सकती है। संक्रमण से नींद हो सकती है प्रभावित लोहिया संस्थान के चिकित्सा अधीक्षक व मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष डॉ. विक्रम सिंह ने बताया कि बदलते मौसम में सेहत के प्रति संदीजा रहें। क्योंकि ठंडी या गर्मी के प्रभाव से तमाम तरह की बीमारी घेर सकती हैं। उन्होंने बताया कि ओपीडी सर्दी, जुकाम, बुखार के साथ बहुत से मरीज आ रहे हैं। 20 से 30 प्रतिशत ऐसे मरीजों को जकड़न भी है।
सांस लेने में दिक्कत हो तो भाप लें
डॉ. विक्रम सिंह ने बताया कि ठंडे पानी से नहाने से बचें। फुल आस्तीन के कपड़े पहनें। सर्दियों के कपड़े पहनें। सुबह और शाम को टोपी लगाकर निकलें। खासतौर पर गर्भवती महिलाएं, बुजुर्ग, बच्चे, सांस व दिल के मरीज। धूप में मालिश करें। खांसी, सर्दी-जुकाम आदि समस्या होने पर भाप लें। डॉक्टर की सलाह पर दवाएं लें। ठंडी वस्तुओं के सेवन से परहेज करें।
बच्चों की सेहत का रखें खयाल
बलरामपुर अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक व बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. हिमांशु चतुर्वेदी ने बताया कि नवजात शिशुओं को दो से तीन लेयर के कपड़े पहनाएं। जब कमरे में हो तो दो लेयर के कपड़े अवश्य पहनाएं।
अस्थमा, एलर्जी के मरीज ज्यादा सतर्क रहें
केजीएमयू के डॉ. संतोष कुमार ने बताया कि अस्थमा, सीओपीडी, एलर्जी के मरीजों को अधिक संजीदा रहने की जरूरत है। बुखार, सर्दी, खांसी या सांस फूलने जैसे लक्षण नजर आएं तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें। अचानक ठंड से गर्म या गर्म से ठंडे स्थान पर जाने से बचें।