UP Weather: वेस्ट UP में हल्की बारिश, पूर्वांचल में गरज के साथ पड़ेंगी बौछारें; 5 तक मॉनसून की विदाई
- मौसम विभाग के अनुसार बनारस सहित पूर्वांचल से पांच अक्तूबर तक मॉनसून की विदाई हो सकती है। अमेठी में लगातार हो रही बरसात को देखते हुए जिला प्रशासन ने एडवाइजरी जारी की है। जिसमें लोगों से संभावित घटनाओं से बचाव हेतु जरूरी सावधानियां बरतने की अपील की गई है।
UP Weather: यूपी में बारिश ने कई जिलों में आम जनजीवन अस्त व्यस्त कर रखा है। इस बीच मौसम विज्ञानियों ने सोमवार को एक बार फिर कई जिलों में गरज के साथ बौछारें पड़ने की आशंका जताई है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कहीं-कहीं पर बहुत हल्की से हल्की बारिश होने की संभावना है। जबकि पूर्वी उत्तर प्रदेश में कुछ स्थानों पर बारिश और गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। चित्रकूट, बांदा, प्रयागराज, लखनऊ, अयोध्या और बस्ती सहित कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। वहीं गोरखपुर के कुछ इलाकों में बूंदाबांदी हो सकती है। मौसम विभाग का कहना है कि बनारस सहित पूर्वांचल से पांच अक्तूबर तक मॉनसून की विदाई हो सकती है। अमेठी में लगातार हो रही बरसात को देखते हुए जिला प्रशासन ने एडवाइजरी जारी की है। जिसमें लोगों से संभावित घटनाओं से बचाव हेतु जरूरी सावधानियां बरतने की अपील की गई है।
एडीएम वित्त एवं राजस्व अर्पित गुप्ता ने एडवाइजरी जारी करते हुए बताया कि सभी लोग पूरी सावधानी बरतने के साथ ही पुराने जर्जर भवनों से निकलकर सुरक्षित स्थानों पर चले जायें। भीड़-भाड़ वाले व ट्रैफिक जाम वाले क्षेत्रों में जाने से बचें। खुले सीवर, नालों एवं बिजली के तारों से बचकर रहें तथा अन्य लोगों को भी इससे सचेत करें। उन्होंने बताया कि जलभराव, पेड़ों के गिरने आदि समस्या हेतु सम्बन्धित नगर पालिका या नगर पंचायत कार्यालय से सम्पर्क करें। पीने के पानी को उबालकर पीयें। नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से ब्लीचिंग पाउडर व क्लोरीन टेबलेट प्राप्त कर लें। इस बार का हस्त नक्षत्र (हथिया) ने लगते ही अयोध्या की धरती को बारिश से सराबोर कर दिया। चार दिन में ही औसत से 24 ज्यादा पानी गिरने से आने वाले दिनों में अच्छे मौसम का संकेत भी दे दिया है। इसके बावजूद दूसरी तरफ मौसम विभाग के आंकड़ों पर नजर डाले तो अभी तक पूरे बारिश के मौसम में नौ प्रतिशत कम पानी गिरा है। जिसमे कुछ महीने तो सामान्य जनजीवन के साथ किसानों के लिए परेशान करने वाले रहे।
जून महीने के अंतिम सप्ताह से बरासत का मौसम शुरू होना माना जाता है। लेकिन इस बार किसानों को शुरूवाती मौसम पानी का इंतजार करते ही बीत गया। हालात यह हुए कि जुलाई में धूप की तपिश इस कदर तेज हो गई कि दिन का तापमान 37 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया।बरसात के मौसम में धूल उड़ती दिखाई दी। जून महीने में 132 मिमी बारिश होनी चाहिए थी लेकिन हुई 96 मिमी। इसी तरह जुलाई में 292 होनी चाहिए थी लेकिन हुई 189 मिमी।
पूर्वांचल से मानसून की विदाई अगले सप्ताह हो सकती है। वाराणसी में रविवार को दिन में तेज धूप निकली थी, लेकिन रात में करीब आधे घंटे तक झमाझम बारिश हुई। इससे कुछ जगहों पर सड़क किनारे पानी लग गया था। मौसम विभाग के अनुसार बनारस सहित पूर्वांचल से पांच अक्तूबर तक मानसून की विदाई हो सकती है। रविवार को सुबह से बादल और धूप की लुकाछिपी हुई। शाम करीब सात बजे डाफी, चितईपुर, ककरमत्ता, मंडुवाडीह सहित अन्य इलाकों में करीब 20 मिनट हल्की बारिश हुई है। वहीं रात करीब आठ बजे जगतगंज, चौकाघाट, मकबूल आलम रोड, पांडेयपुर सहित अन्य इलाकों में करीब आधे घंटे तक झमाझम बारिश हुई। मौसम विभाग के मुताबिक अब बारिश के आसार नहीं दिख रहे हैं। दिन का तापमान सामान्य से 0.4 डिग्री ज्यादा 34.2 और रात का तापमान सामान्य से 0.7 डिग्री ज्यादा 23.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम वैज्ञानिक प्रो. मनोज श्रीवास्तव ने कहा कि आगे बारिश के आसार नहीं दिख रहे हैं।
गोरखपुर के आसमान में बादलों का पहरा
गोरखपुर में दो दिनों तक हुई तेज बारिश के बाद रविवार को बादल आसमान में ही ठिठके रहे। हालांकि सुबह के शाम तक बादलों के पहरे के बीच मौसम सुहाना बना रहा। मौसम विभाग के अनुसार सोमवार को भी मौसम इसी तरह बना रहेगा। कुछ इलाकों में बूंदाबांदी हो सकती है। ऐसे में दिन और रात के तापमान में गिरावट जारी रहेगी। रविवार को दिन का तापमान 29.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। यह सामान्य से से 3.2 डिग्री सेल्सियस था। वहीं रात का तापमान सामान्य से 1.2 डिग्री सेल्सियस कम 22.7 डिग्री सेल्सियस रहा।
कानपुर में छंट गए दिन के बादल
कानपुर में रविवार को दिन में बादल छंट गए। धूप खिली तो पारा चढ़ गया। इससे पहले तड़के तक बूंदाबांदी होती रही। पिछले 36 घंटों में चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय (सीएसए) में 54.4 और एयरफोर्स वेदर स्टेशन में 90 मिमी के ऊपर बारिश रिकॉर्ड की गई। मौसम विभाग का कहना है कि अगले 48 घंटों में छिटपुट बारिश संभव है। बंगाल की खाड़ी से उठे तूफान का असर थमने लगा है। इसने विशेषकर पूर्वी उत्तर प्रदेश को खूब भिगोया। इसमें कानपुर मंडल के कई जनपद शामिल हैं। केवल कानपुर नगर में 30 मिमी का पूर्वानुमान था लेकिन रविवार शाम तक कुल 54.4 मिमी बारिश (सीएसए) और 90 मिमी (एयरफोर्स) हो चुकी थी। तापमान में आया उतार-चढ़ाव बारिश के कारण तापमान में भी खूब उतार चढ़ाव रहा। अधिकतम तापमान अभी भी सामान्य से चार डिग्री नीचे बना हुआ है। रविवार को अधिकतम पारा 26.8 से 29.6 डिग्री पर पहुंच गया। इससे पहले शनिवार को तापमान में भारी गिरावट दर्ज हुई थी। इसी तरह न्यूनतम पारा 24.4 डिग्री रहा। यह सामान्य से अभी भी अधिक है। बारिश से लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत मिल गई। सुबह तक होती रही टिप-टिप सुबह तक बूंदाबांदी होती रही। सीएसए में 15.5 तो एयरफोर्स में 15.8 मिमी बारिश रिकॉर्ड हुई। इसके बाद बादल छट गए। देर शाम बादलों की घेराबंदी फिर शुरू हो गई थी। मौसम विशेषज्ञ डॉ. एसएन सुनील पांडेय का कहना है कि बादलों की आवाजाही बनी रहेगी लेकिन बारिश की संभावनाएं काफी कम हैं। छिटपुट बारिश या फुहारें ही पड़ सकती हैं। अगले 24 घंटों के बाद तेज धूप निकलने लगेगी।