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UP Weather: यूपी में बर्फीली हवाओं का सितम, दिन में भी रात जैसी सर्दी; और बढ़ेगी ठंड

  • जेट स्ट्रीम अभी सितम ढाती रहेगी। प्रदेश के कई जिलों में 5 से 6 के बीच पश्चिमी विक्षोभ प्रभावी रहेगा। इसके बाद विक्षोभ के गुजरते ही खाली स्थान को पछुआ हवा भरेगी। इसके पहले पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय रहने के दौरान पहाड़ों पर बर्फबारी होगी। पछुआ चलना शुरू होगी तो मैदानी इलाके भीषण सर्दी की चपेट में आएंगे।

Ajay Singh हिन्दुस्तान, मोहम्मद आसिम सिद्दीकी, कानपुरSun, 5 Jan 2025 05:57 AM
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UP Weather Update: कड़ाके की सर्दी से यूपी, दिल्ली, पंजाब और हरियाणा कांप रहे हैं। कई जिलों में दिन के समय भी रात जैसी सर्दी रही। पहाड़ों पर पश्चिमी विक्षोभ और आद्रता का स्तर सौ फीसदी तक पहुंचने से वेस्ट यूपी के अधिकतर शहरों में घना कोहरा रहा और दृश्यता शून्य तक पहुंच गई। सबसे सर्द दिन मेरठ में रहा जहां अधिकतम तापमान 12.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, सबसे ठंडी रात अमेठी के फुर्सतगंज में दर्ज की गई। यहां न्यूनतम तापमान 6.0 डिग्री सेल्सियस रहा। जमीन से छह किलोमीटर ऊपर चल रहीं बर्फीली हवाएं (जेट स्ट्रीम) हैं। सब ट्रॉपिकल वेस्टरली जेट कोल्ड स्ट्रीम नीचे होने के कारण तापमान गिरा है। मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक उत्तर प्रदेश में जेट स्ट्रीम अभी सितम ढाती रहेगी। लखनऊ समेत प्रदेश के अन्य जिलों में 5 से 6 के बीच पश्चिमी विक्षोभ प्रभावी रहेगा। इसके बाद विक्षोभ के गुजरते ही खाली स्थान को पछुआ हवा भरेगी। इसके पूर्व पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय रहने के दौरान पहाड़ों पर बर्फबारी होगी। इस वजह से जब पछुआ चलना शुरू होगी तो एक बार फिर मैदानी इलाके भीषण सर्दी की चपेट में आएंगे। कई स्थानों पर कोल्ड डे यानी शीत दिवस की स्थिति भी बन सकती है।

मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि शीत ऋतु में यह स्ट्रीम उत्तर क्षेत्र के कई राज्यों को प्रभावित करती है। वर्तमान में इस जेट स्ट्रीम की गति 120 नॉट (हवा की गति को मापने का मापक, एक नॉट-एक समुद्री मील प्रति घंटा) है। इसके कम ऊंचाई से गुजरने के कारण जमीनी सतह पर बेहद सर्दी महसूस की जा रही है। मौसम विशेषज्ञ बताते हैं कि अनेक कारणों से जेट स्ट्रीम की गति और निचाई तय होती है। जनवरी के पहले हफ्ते में यह काफी नीचे आ गई। पश्चिमी विक्षोभों के कारण संभव है कि यह अभी और नीचे आए। इसकी दिशा भी कुछ दाएं-बाएं हो सकती है। ऐसे में किसी एक राज्य में अत्यधिक सर्दी संभव हो सकती है। यूपी में बर्फीली सर्दी की यह सबसे बड़ी वजह है।

नमी भी बढ़ाती है

वातावरण में बर्फीली सर्दी का जो अहसास होता है उसमें नमी भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। अधिकतम नमी का प्रतिशत 90 के ऊपर चला जाता है। बरेली, बुलंदशहर, चंदौली, कुशीनगर और मेरठ आदि में शत-प्रतिशत आर्द्रता (नमी) रही। कानपुर में नमी का प्रतिशत तकरीबन 95 रहा। लखनऊ में अधिकतम तापमान 17.8 डिग्री और न्‍यूनतम तापमान न्यूनतम तापमान 08.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि फिलहाल बर्फीली हवा के थपेड़े जारी रहेंगे। कहीं 10-15 तो कहीं 15-20 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से ठंडी हवाएं चल रही हैं। इनकी औसत गति कहीं 3.5 तो कहीं 05 किमी प्रति घंटा से अधिक है। बर्फीली हवा चाहें धीमी चले या तेज, इससे जाड़े में कमी नहीं आएगी।

क्‍या बोले विशेषज्ञ

मौसम विशेषज्ञ डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने कहा कि सर्दी के मौसम में सब ट्रॉपिकल वेस्टरली जेट स्ट्रीम चलती है। यह हवाएं बेहद ठंडी होती हैं। नीचे आने से सतह पर सर्दी बढ़ जाती है। वर्तमान में गति 120 नॉट तक है जो नीचे हैं। फिलहाल इससे राहत नहीं मिलेगी।

प्रदेश के पांच जिलों में अधिकतम पारा

जनपद अधिकतम

मेरठ 12.1

मैनपुरी 12.2

नियामतपुर 12.3

शाहजहांपुर 13.0

हमीरपुर 13.2

प्रदेश के पांच जिलों में न्यूनतम पारा

जनपद न्यूनतम

रायबरेली 6.0

इटावा 6.5

अलीगढ़ 7.4

बुलंदशहर 7.5

मेरठ 7.6

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