ब्रेकर पर ट्रक के ब्रेक लेने पर पीछे से भिड़े बुलेट सवार, बहनों के इकलौते भाइयों की मौके पर ही दर्दनाक मौत
वाराणसी में एक सड़क हादसे में दो लड़कों की मौत हो गई। दोनों लड़के चचेरे भाई थे और अपनी-अपनी 2-2 बहनों के इकलौते भाई थे। एक स्पीड ब्रेकर पर ट्रक के ब्रेक लेने पर बुलेट सवार भाई पीछे से जा भिड़े और वहीं दोनों की मौत हो गई।
वाराणसी में रखौना (मिर्जामुराद) स्थित रिंग रोड के ऊपर ओवर ब्रिज पर बुधवार की रात लगभग नौ बजे हरहुआ के तरफ से आ रहे तेज रफ्तार बुलेट सवार आगे चल रही ट्रक द्वारा ब्रेकर पर ब्रेक लेने के कारण पीछे से जा भिड़े जिससे बुलेट सवार दो युवकों की घटना स्थल पर ही दर्दनाक मौत हो गई। पुलिस ने घण्टो मशक्कत करने बाद बुलेट के नंबर से मोबाइल नंबर निकालकर मृतक के परिजनों का घटना की सूचना दिया।
मिर्जामुराद थाना प्रभारी अजय राज वर्मा व चौकी प्रभारी खजुरी पवन यादव ने बताया की बुलेट सवार दोनो युवक गौतम सिंह उम्र (24) वर्ष पुत्र शिव प्रसाद सिंह व अंकित सिंह उम्र (21) पुत्र लवकुश सिंह निवासी ग्राम तेन्दुई थाना सराय इनायत जिला प्रयागराज दोनों चचेरे भाई घर से वाराणसी श्री बाबा विश्वनाथ जी का दर्शन करने व मछली की दवा लेने वाराणसी आये थे। दोनों की सड़क हादसे में मौत हो गई।
बताया जा रहा है कि वाराणसी से वापस जाते समय हरहुआ के तरफ से बुलेट से तेज रफ्तार आ रहे थे दोनों युवक रिंग रोड ओभर ब्रिज पर बने ब्रेकर पर आगे चल रही ट्रक ने ब्रेक लेने के कारण बुलेट सवार ट्रक में पीछे से जा भिड़े बाइक चला रहा युवक गौतम सिंह हेलमेट लगाया हुआ था लेकिन चलती ट्रक में पीछे से बुलेट जा भिड़ी जिससे हेलमेट भी टूट गया दोनों युवकों की घटना स्थल पर ही दर्दनाक मौत हो गई। ग्रामीणों की सूचना पर मौके पर पहुंचे थाना प्रभारी अजय राज वर्मा व खजुरी चौकी प्रभारी पवन यादव ने दोनों युवकों के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम की करवाई में जुटे।
दुर्घटना के बाद चालक ट्रक समेत मौके से भाग निकला। वहीं बुलेट सवार चचेरे भाइयो के बैग में बाबा विश्वनाथ का प्रसाद भी था। मृतक गौतम सिंह दो बहनों में अकेला था वही मृतक अंकित भी दो बहनों में अकेला था। पढ़ाई करने के बाद घर पर रहकर दोनों चचेरे भाई पिता के मछली पालन में हाथ बंटाते थे। मृतक अंकित के पिता लवकुश ने बताया कि हमने मना किया दोनों लोगो को की बुलेट से वाराणसी मत जाओ बस से चले जाओ लेकिन दोनों नही माने। वहीं घटना की सूचना मिलने पर दोनों के परिजन वाराणसी के लिए निकल गए है। अंकित पिता लवकुश अपनी पुत्री का एडमिशन करवाने के लिए राजस्थान गए हुए वो भी वहांसेनिकलगएहै।