देव दिपावली पर काशी विश्वनाथ के स्पर्श दर्शन पर रोक, दो दिन होंगे केवल झांकी दर्शन
काशी विश्वनाथ मंदिर के प्रशासन ने फैसला लिया है कि दो दिन के लिए बाबा के स्पर्श दर्शन नहीं होंगे। भक्तों को केवल झांकी दर्शन करने को मिलेंगे। कार्तिक पूर्णिमा यानी 15 नवंबर को देव दीपावली के मौके पर लाखों की भीड़ को देखते हुए ये फैसला लिया गया है।
वाराणसी में भक्तों की भीड़ उमड़ गई है। देव दीपावली के मौके पर भक्त बाबा विश्वनाथ के दर्शन करने पहुंचे हैं। हालांकि काशी विश्वनाथ मंदिर के प्रशासन ने फैसला लिया है कि दो दिन के लिए बाबा के स्पर्श दर्शन नहीं होंगे। भक्तों को केवल झांकी दर्शन करने को मिलेंगे। कार्तिक पूर्णिमा यानी 15 नवंबर को देव दीपावली के मौके पर लाखों की भीड़ को देखते हुए ये फैसला लिया गया है। मंदिर प्रशासन ने 15 और 16 नवंबर को स्पर्श दर्शन पर रोक लगा दी है। साथ ही बढ़ती भीड़ के कारण दो दिन ऑनलाइन आरती के टिकट भी बंद हैं। भक्तों को केवल बाबा विश्वनाथ के झांकी दर्शन का लाभ मिलेगा।
विश्वनाथ मंदिर की तरफ से जारी किए गए प्रेस नोट में बताया गया है कि देव दीपावली के पावन पर्व पर काशी विश्वनाथ धाम में श्रद्धालुओं की संख्या में अत्यधिक वृद्धि होने की संभावना है। इस कारण, सुरक्षा-व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए 15 और 16 नवम्बर को बाबा विश्वनाथ के स्पर्श दर्शन प्रतिबंधित रहेंगे। मंदिर प्रशासन की तरफ से श्रद्धालुओं से यह अनुरोध किया गया है कि वे लाइन में लगकर दर्शन करें और व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करें, क्योंकि भीड़ ज्यादा होने के कारण तमाम समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
गौरतलब हो कि स्पर्श दर्शन पर रोक लगाने से पहले मंदिर प्रशासन ने 15 और 16 नवंबर को मंगला आरती से लेकर शाम की सप्त ऋषि और शयन आरती के सभी तरह के ऑनलाइन टिकट बंद कर दिए थे। विशेष पूजा व अन्य तरीके के भी सारे स्लॉट बंद हैं। अब भीड़ नियंत्रण के लिए स्पर्श दर्शन पर भी रोक लगाई गई है।
बता दें कि वाराणसी के 84 घाट आज देव दीपावली के साक्षी बनेंगे। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में देव दीपावली के लिए दीये जलाए जाएंगे। इसकी शुरुआत नमो घाट से होगी।