यूपी में बनेगा देश का पहला उन्नत विनिर्माण केंद्र, अत्याधुनिक तकनीकों और डिजिटलीकरण का होगा हब
यूपी में देश का पहला उन्नत विनिर्माण केंद्र बनेगा। वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम ने कहा है कि यह केंद्र अत्याधुनिक तकनीकों, डिजिटलीकरण और नवाचार के लिए एक हब के रूप में स्थापित किया जाएगा।
वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम ने कहा है कि मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की अहमियत को देखते हुए यूपी में उन्नत विनिर्माण केंद्र बनेगा। फोरम का कहना है कि यह केंद्र अत्याधुनिक तकनीकों, डिजिटलीकरण और नवाचार के लिए एक हब के रूप में स्थापित किया जाएगा। ये केंद्र समावेशी तकनीक निर्माण को बढ़ावा देगी। यह केंद्र पीपीपी मॉडल पर बनेगा।
वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के सेंटर फॉर द फोर्थ इंडस्ट्रियल रिवोल्यूशन नेटवर्क एशिया की पार्टनर एंगेजमेंट प्रमुख, वंदना मेनन ने यह बात वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पिकप भवन में हुए सेमिनार में कहीं। जबकि मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने कहा कि राज्य की जीडीपी में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का योगदान 25% से बढ़ाकर 45% करने की जरूरत है। इससे जरिए राज्य को वन ट्रिलियन डालर की अर्थव्यवस्था बनाने में मदद मिलेगी।
फोरम के सेंटर फॉर एडवांस्ड मैन्युफैक्चरिंग एंड सप्लाई चेन के ग्रोथ एंड स्ट्रेटेजी हेड, कायराकोस त्रिअंटफिलिडिस ने इस प्रस्तावित केंद्र की चार प्रमुख प्राथमिकताओं पर चर्चा की। इनमें प्रौद्योगिकी और नवाचार, मानव-केंद्रित परिवर्तन और सतत प्रणाली शामिल है। कार्यशाला में पीटीसी इंडस्ट्रीज, मारुति सुजुकी, आदित्य बिड़ला ग्रुप, हायर, जेके सीमेंट, अशोक लीलैंड, ग्रीनलैम, हुंडई इंडिया, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, आदित्य बिड़ला ग्रुप, आरएसीएल ग्रीनटेक लिमिटेड, भारतीयम बेवरेजेज सहित 40 से अधिक प्रमुख कंपनियों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इनका कहना था भारत उन्नत विनिर्माण केंद्र की स्थापना उत्तर प्रदेश को वैश्विक विनिर्माण परिदृश्य में एक प्रमुख हब के रूप मेंस्थापितकरेगा।